उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को खत्म करने के बयान पर बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कड़ी आपत्ति दर्ज कराइ है। उन्होंने कहा कि सनातन को खत्म करने का सोचने वाले किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होंगे। ऐसा सोचने वालों के सपने धरे के धरे रह जाएंगे। बता दें कि बागेश्वर बाबा इन दिनों राजस्थान के सीकर में कथा कर रहे हैं। यहीं से उन्होंने स्टालिन के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई।
‘भारत में रहना होगा तो राम नाम कहना होगा’
राजस्थान के सीकर में कथा के दौरान बाबा बागेश्वर ने कहा कि कल कोई कह रहा था कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। ऐसा सोचने वालों को मैं कहता हूं कि भारत में रहना होगा तो राम नाम कहना होगा। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति सनातन का विरोध करेगा, उसकी ठठरी और गठरी दोनों बांधने का काम वो करेंगे। बागेश्वर बाबा ने कहा कि मैं किसी को धमकी नहीं बल्कि डिस्क्लेमर दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को भगवान पर शक है तो वह मैदान में आ जाए। मैं उसके सारे डाउट क्लियर कर दूंगा।
‘स्टालिन को समझना चाहिए कि द्रविड़ विचारधारा का अर्थ क्या है’
वहीं इससे पहले वहीं चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन ने उदयनिधि के बयान कि कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कुछ वोटों के लिए इस तरह के बयान देना बेहद ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर सदियों से लोगों ने आक्रमण किए, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया। फिर क्या ही कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन को समझना चाहिए कि द्रविड़ विचारधारा का अर्थ क्या है। आपने तमिल संस्कृति के लिए, इसकी रक्षा के लिए, इसे संरक्षित करने के लिए क्या किया है? मैं तमिलनाडु के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे उन्हें मतपत्र की ताकत दिखाएं। ऐसे व्यक्ति को चुनें जो सनातन धर्म का सम्मान करता हो।