हरियाणा विधानसभा चुनाव में फतह करने की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के साथ दो-दो पहलवानों का हाथ जुड़ गया है. पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने शुक्रवार को कांग्रेस से जुड़ने का रास्ता साफ कर लिया. विनेश ने रेलवे की अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया जिससे उनके सियासी समर में उतरने की अटकलों को विराम लग गया. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. हरियाणा में अगले महीने विधानसभा चुनाव होना है। जिसको लेकर सभी पार्टियों के तरफ से तैयारी शुरू है। सभी दल अपने –अपने हिस्से के राजनीतिक धुरंधर इस चुनावी समर में उतारने के प्रयास में है। इसी कड़ी में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया भी इस चुनावी दंगल में उतरने जा रहे है। दोनों पहलवान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले और पार्टी में आधिकारिक रूप से शामिल होंगे.
विनेश ने सोशल मिडिया पर लिखा- उन्होंने लिखा कि भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी।
बता दें कि पिछले कुछ समय इन दोनों पहलवानों की निकटता रोहतक से कांग्रेस सासंद दिपेन्द्र हुड्डा के साथ देखी गई है। हाल ही में समाप्त हुए ओंलपिक फाइनल से अयोग्य होकर विनेश जब भारत वापस आयी थी । उस दौरान भी दिपेन्द्र हुड्डा उन्हे लेने दिल्ली एयरपोर्ट पहुचें थे। और विनेश के गांव जाने के क्रम में एक लंबा काफिला निकला था । उस दौरान दिपेन्द्र हुड्डा के साथ कई कांग्रेस नेता भी उस काफिले मे शामिल थे ।
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले साक्षी मलिक ,बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट समेत कई महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लंबा आन्दोलन किया था । उस दौरान भी दिपेन्द्र हुड्डा ने उनका साथ दिया था । हालांकि एक महीने से ज्यादा दिन तक आंदोलन करने के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह के आश्वासन पर इन खिलाड़ियों ने अपना आंदोलन समाप्त किया था। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने जो मामला दर्ज हुआ था वो फिलहाल कोर्ट में है।