चांदन की चान्दुआरी पंचायत स्थित बेहरार गांव में मंगलवार को करमा पर्व को लेकर तालाब में स्नान कर रही पांच बच्चियां डूब गईं। इनमें से चार की मौत हो गई। एक बच्ची का इलाज चल रहा है।
मृतकों में बेहरार गांव निवासी शंकर यादव की पुत्री पुनम कुमारी (15 वर्ष), संजय यादव की पुत्री निभा कुमारी (12वर्ष), विनोद यादव की पुत्री पुष्पा कुमारी (13 वर्ष) और बजरंगी यादव की पुत्री ज्योति कुमारी (14 वर्ष) शामिल हैं। जबकि मुकेश यादव की पुत्री प्रीति कुमारी (10 वर्ष) को बचा लिया गया। उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने उसे खतरे से बाहर बताया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव की आठ बच्चियां खरहाबारी तालाब में नहाने गई थीं। इस दौरान पांच बच्चियां डूब गईं। बाहर रही अन्य बच्चियों के शोर पर ग्रामीण वहां पहुंचे। सभी बच्चियों को तालाब से बाहर निकाला। तबतक पुनम की मौत हो चुकी थी। निभा, पुष्पा व ज्योति को परिजन जमुई के झाझा स्थित अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। जबकि प्रीति को उसके परिजन पास के निजी क्लिनिक में ले गए। सूचना पर चांदन सीओ रविकांत कुमार और आनंदपुर थानाध्यक्ष विपिन कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। सीओ ने आपदा के तहत मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सरकारी सहायता देने की बात कही।
आनंदपुर थाना क्षेत्र के बेहरार गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक घटना घटी जब चार मासूम बच्चियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह घटना पूरे गांव में मातम का माहौल पैदा कर गई। पूरे गांव इस घटना से कोहराम मचा हैं। एक साथ गांव की चार बच्चियों की मौत की घटना को जिसने भी सुना वह स्तब्ध रह गया है। इस घटना को अपनी आंखों से देखने वाली वे तीन बच्चियां जिसने ग्रामीणों को घटना की सूचना दी वह भी अपनी चार चार सहेलियों की मौत से सहमी हुई है।
इस घटना को तालाब के बाहर खड़ी तीन बच्चियों ने जब देखा तो उसने हल्ला करना शुरू किया। ये तीनों बच्ची बेहरार निवासी घनश्याम यादव की पुत्री निशा कुमारी, बजरंगी यादव की पुत्री छोटी कुमारी और शंकर यादव की पुत्री नीलम कुमारी है। इन तीनों ने यह दिल दहला देने वाली खबर गांव वालों को दी।