भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर द्वारा बिहार के हर क्षेत्र की मिट्टी का नमूना एकत्र किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार के ‘वन इंडिया सॉइल मैपिंग’ प्रोग्राम के तहत बीएयू को 67 करोड़ रुपये का आवंटन प्राप्त हुआह है। इस दिशा में बीएयू की टीम ने रणनीति तैयार कर ली है।
कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह ने बताया कि यह बीएयू के लिए उपलब्धि है कि इतना महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट विवि को दिया गया है। इसके तहत मानक के साथ मिट्टी के नमूने अलग-अलग हिस्सों से लिए जाएंगे। विभाग से निर्देश आने के बाद जल्द वैज्ञानिकों की टीम को इसमें लगाया जाएगा। बीएयू के वैज्ञानिक डॉ. अंशुमान कोहली ने बताया कि ‘वन इंडिया सॉइल मैपिंग’ योजना भारत में मिट्टी के प्रकारों और उनके वितरण का मानचित्रण करने के लिए की जाती है। इससे कृषि और भूमि उपयोग योजना में मदद मिलती है। इससे भारत के किसी भी हिस्से में मृदा किस तरह की है, इस बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है। बीएयू के वैज्ञानिक बताया कि यह मैपिंग कई बिंदुओं पर आधारित है। इससे राज्य के मिट्टी की पूरी जानकारी का एक सेंट्रलाइज्ड डाटा बैंक तैयार हो जाता है। वैज्ञानिक भी मिट्टी के नमूनों के आधार पर अपनी शोध की दिशा तय कर सकते हैं।