गौतम गंभीर के टीम इंडिया का नया हेड कोच बनने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। आए दिन इसको लेकर नए अपडेट सामने आ रहे हैं। पिछले काफी समय से रिपोर्ट्स सामने आ रही है कि गौतम गंभीर ही टीम इंडिया नए हेड कोच बनने वाले हैं लेकिन अभी तक बीसीसीआई ने इसकी ऑफिशियल जानकारी नहीं दी है। जिसके बाद फैंस के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर बीसीसीआई इतनी देरी क्यों कर रही है?
वहीं जब बीसीसीआई ने गंभीर का इंटरव्यू लिया था तब पूर्व क्रिकेटर ने अपनी कुछ शर्तें बोर्ड के सामने रखी थी, जिसपर बड़ा अपडेट सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई ने गंभीर की एक बड़ी शर्त को मान लिया है। जिसके बाद अब कोचिंग स्टाफ में एक पद खाली रह सकता है।
बल्लेबाजी कोच का पद रह सकता है खाली
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गौतम गंभीर को अपने हिसाब से कोचिंग स्टाफ चुनने की खुली छूट दे दी है। अभी तक ये यह स्पष्ट नहीं है कि कोई बल्लेबाजी कोच होगा या नहीं, क्योंकि गंभीर खुद एक सफल सलामी बल्लेबाज थे। अगर ऐसा होता है तो कोचिंग स्टाफ में कोई बल्लेबाजी कोच नहीं होगा, बल्कि गौतम गंभीर खुद ही बल्लेबाजों को कोचिंग देंगे।
कोच बनने में क्यों हो रही देरी?
टी20 विश्व कप 2024 के बाद से राहुल द्रविड़ का कार्यकाल खत्म हो चुका है। अब टीम इंडिया को नया हेड कोच मिलना तय हो गया है। हालांकि गंभीर आईपीएल 2024 के बाद से ही बीसीसीआई की पहली पसंद बने हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक गंभीर के हेड कोच बनने को लेकर देरी उनकी सैलरी के चलते हो रही है। अभी गंभीर की सैलरी पर बीसीसीआई चर्चा कर रही है। गंभीर को पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से ज्यादा सैलरी मिलने की संभावना जताई जा रही है। राहुल द्रविड़ का सालभर का पैकेज 12 करोड़ रुपये था।