केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे BCCL की विभिन्न कोल परियोजनाओं का जायजा लेने धनबाद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मुनिडिह अंडर ग्राउंड माइंस का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जब वो माइंस से बाहर निकलकर जीएम ऑफिस के वेटिंग रूम में पहुंचे तभी जीएम अरिंदम मुस्तफी केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे के पैरों से जूता उतारने लगे।
मंत्री जी का जूता उतारने के बाद अपने हाथों से ही जूते को दूसरे कर्मी को रखने के लिए दे दिया। मुनिडिह अंडर ग्राउंड माइंस का जायजा लेने के बाद मंत्री जी के पैजामे का नाड़ा ढीला हो गया था। जिससे मंत्री जी असहज महसूस कर रहे थे। मंत्री जी की इस परेशानी को देख BCCL के महाप्रबंधक ने खुद अपने हाथ से पैजामा के नाड़े को बांधने लगे।
मंत्री जी के पैजामे का नाड़ा बांधते और पैरों से जूता उतारते जीएम साहब का फोटो तभी किसी ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। देखते ही देखते यह फोटो सोशल मीडिया पर इस तरह से वायरल हुआ कि राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया और बैठे बिठाये विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया। सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो को देखकर लोग भी हैरान हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री पर तो हमला बोल ही रहे हैं जीएम साहब पर भी कई सवाल उठा रहे हैं।
लोग सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट पर लगातार कमेंट्स कर रहे हैं। वही केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे और जीएम अरिंदम मुस्तफी की कार्यशैली को लेकर कांग्रेस ने भी तंज कसा है। झारखंड कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि मंत्री के पैरों से जूता यदि एक जीएम निकालें तो इससे शर्म की बात और क्या हो सकती है। यह दोनों के लिए डूब मरने वाली बात है।