सारण जिले के गड़खा प्रखंड में होली मिलन समारोह के दौरान अश्लील गानों और नृत्य का आयोजन किया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने जांच के आदेश जारी किए हैं।
होली मिलन समारोह के नाम पर अब अश्लीलता पड़ोसी जाने लगी है. आश्चर्य की बात है कि अब पार्टी क्लब और विवाह भवन से निकलकर यह कार्यक्रम प्रखंड कार्यालय में भी देखने को मिला है. ऐसा ही एक वीडियो सारण जिले के गड़खा प्रखंड कार्यालय से सामने आया है, जहां होली मिलन समारोह के दौरान गीत-संगीत के माध्यम से जमकर अश्लीलता पड़ोसी गई है. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
होली में अश्लील और डबल मिनिंग वाला गाना नहीं बजाने को लेकर BDO और CO ने प्रखंड कार्यालय में बैठक बुलाई थी। बैठक खत्म होते ही नर्तकियों को बुला लिया गया फिर अश्लील डांस कराया गया। प्रखंड प्रमुख पति हरेंद्र महतो नर्तकियों के साथ अश्लील हरकत करते नजर आये।
एक तरफ जिला प्रशासन ने जहां अश्लीलता और द्विअर्थी गीतों पर पाबंदी लगा रखी है तो दूसरी तरफ इसका घोर उल्लंघन सरकारी कार्यालय से ही देखने को मिल रहा है। गड़खा प्रखंड कार्यालय से वायरल वीडियो जिसका प्रमाण है। बता दें कि बुधवार को गड़खा थाना में थानाध्यक्ष प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें सौहार्दपूर्ण और अश्लील मुक्त होली मनाने को लेकर जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारी में विमर्श हुआ. लेकिन बैठक के कुछ ही देर बाद गड़खा ब्लॉक में होली मिलन समारोह आयोजित की गई।
बीडीओ और अंचल ऑफिस के बाहर नर्तकियों द्वारा गीत संगीत कार्यक्रम चलाया गया. वहीं कुछ देर बाद नर्तकियों को प्रखंड पर मुख्य कार्यालय में बुलाकर नृत्य कराया गया. इस दौरान प्रखंड प्रमुख पति हरेंद्र महतो नर्तकियों के साथ अश्लील हरकत करते नजर आये. वह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.स्थानीय लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि पदाधिकारी और थाना प्रभारी के शह पर ही ऐसे अश्लील कार्यक्रम प्रखंड कार्यालय में किया गया है.अश्लीलता की हदें पार करता यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
होली के जश्न में गड़खा प्रखंड की प्रमुख रेणु देवी के पति हरिंद्र महतो समेत कई लोग महिला डांसर्स के साथ अश्लील गानों पर नाचते नजर आए। वीडियो सामने आने के बाद यह मामला चर्चा में आ गया, जिससे प्रशासन की सख्ती बढ़ गई है। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने छपरा सदर अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस आयोजन में कोई प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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