दिल्ली-एनसीआर में मौसम में बदलाव देखा गया है, सुबह और शाम की ठंडक में हल्का सा इजाफा हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के पहले सप्ताह से दिल्ली में “गुलाबी ठंड” का अहसास शुरू हो सकता है और 15 नवंबर के बाद ठंड में और वृद्धि का अनुमान है।
पहाड़ी इलाकों की बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड का प्रभाव: पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं की वजह से दिल्ली समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में ठंड का असर महसूस किया जाएगा। अक्टूबर के मध्य तक, पहाड़ों पर दो बार बर्फबारी हो चुकी है, जिससे हवाओं में ठंडक बढ़ी है, परंतु अभी पूर्ण ठंड का अहसास नहीं हुआ है।
तटीय क्षेत्रों में बारिश का प्रभाव: स्काईमेट के अनुसार, तटीय इलाकों में हो रही बारिश के कारण ठंड के असर में थोड़ा विलंब हो सकता है। पूर्वोत्तर मानसून की सक्रियता के चलते देश के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों में मौसम में बदलाव हो रहा है। तटीय क्षेत्रों में मौसमी सिस्टम सक्रिय होने से उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों पर ठंड का असर तुरंत नहीं दिख रहा है।
नवंबर में बढ़ेगी ठंड: स्काईमेट के अनुसार, ठंड बढ़ने के लिए भारतीय समुद्र में किसी बड़े मौसमी हलचल का न होना आवश्यक है, और उत्तरी पहाड़ियों को भी बर्फ की मोटी परत से ढकना जरूरी है। अनुमान है कि नवंबर की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर और मैदानी इलाकों में सुबह और रात की ठंड का प्रभाव देखा जाएगा, जिससे ठंड का मौसम पूरी तरह से महसूस किया जाने लगेगा।