बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज कहा कि 2005 के पहले शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, जो लोग शासन में थे उन लोगों ने कोई काम नहीं किया। दरअसल, मुख्यमंत्री कुमार आज गया जिले के बेलागंज पड़ाव पर मैदान पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री का स्वागत लोगों ने फूल-माला पहनाकर किया
मुख्यमंत्री का स्वागत लोगों ने फूल-माला पहनाकर किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2005 में हम लोग सरकार में आए थे, उसके पहले क्या स्थिति थी? आपको पता है। वर्ष 2005 में शाम के बाद घर से कोई बाहर नहीं निकलता था, जो लोग शासन में थे, उन लोगों ने कोई काम नहीं किया, सिर्फ वोट लेने का काम किया। जब हम लोगों को मौका मिला तो, हम लोगों ने बिहार के विकास के लिए सर्वांगीण काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा स्कूलों में बच्चे नहीं जाते थे, आज स्कूलों में बच्चे जाते हैं, उन्हें छात्रवृत्ति मिलती है, शिक्षक पढ़ाते हैं। हमने इलाज की समुचित व्यवस्था की। सड़कों का जाल बिछाया। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को आरक्षण दिया। पहले जो लोग सरकार में थे, वे हिंदू मुस्लिम को लड़वाने का काम करते थे लेकिन हमने कब्रिस्तान की घेराबंदी की। सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चलने का कार्य किया।
कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रत्याशी मनोरमा देवी को जीताने के लिए जनता से आह्वान किया। इस मौके पर बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, शीला मंडल, महेश्वर हजारी, जमा खान, जदयू कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, सांसद लवली आनंद, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक चेतन आनंद, वरिष्ठ नेता चंदन कुमार सिंह सहित जदयू के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद थे।