यह दुर्गापूजा भागलपुर के साथ कोलकाता के लिए भी खास है.इस बार बंगाल की महिलाओं के लिए भागलपुर से एक खास साड़ी तैयार कर भेजी जा रही है. साड़ी तैयार कर रहे बुनकर तहसीन ने बताया कि कोलकाता से बाटिक प्रिंट साड़ियों का ऑर्डर मिला है. इस बार करीब 12 करोड़ रुपये की साड़ी कोलकाता की महिलाएं पहनेगी. इसको लगातार तैयार किया जा रहा है.पहले यह उज्जैन में काफी प्रचलित साड़ियां हुआ करती थी. वहां इस साड़ी को जीआई टैग मिला हुआ है।
भागलपुर में पहले यह साड़ी नहीं बनती थी. यह अक्सर बाहर से ही बनकर आती थी. लेकिन अब यह साड़ी भागलपुर में तैयार हो रही है. बुनकर ने बताया कि यह प्रिंट लीलन, कॉटन व सिल्क साड़ियों पर किया जा रहा है।
मोम से तैयार हो रही है यह साड़ी की डिजाइन
बुनकर तहसीन ने बताया कि इस साड़ी में सबसे अधिक मोम का खेल है. बिना मोम की यह साड़ी तैयार नहीं हो पाएगी. अलग अलग राज्य से पहुंचे कारीगर इस साड़ी को तैयार करने में लगे हुए हैं. साड़ी तैयार कर रहे कारीगर फूलचंद ने कहा, ‘मैं यहां 4 वर्षों से काम कर रहा हूं. पहले गुजरात, सूरत सहित अन्य जगहों पर काम किये हैं. बाटिक गुजरात मे बनती थी. लेकिन अब भागलपुर में तैयार करते हैं’।
ऐसे तैयार होती है बाटिक प्रिंट की साड़ी
कारीगर फूलचंद ने बताया कि एक दिन में यह साड़ी तैयार होती है. उसके दूसरे दिन मोम से इस पर डिजाइन होता है. उसके बाद इसको रंग में डाला जाता है. जो काफी आकर्षक लगती है. तहसीन ने बताया कि दो दिन में यह साड़ी तैयार हो जाती है. खास कर जहां प्रसिद्ध मंदिर है वहां से ज्यादा डिमांड आता है।