500 वर्षों के इंतजार के बाद, अयोध्या धाम में भगवान राम के मंदिर का निर्माण, दुनिया भर के हिंदुओं के लिए आस्था और उत्सव का एक महत्वपूर्ण दिन लेकर आया है।
इस महामहोत्सव को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि 22 जनवरी को भारत के सभ्यता पथ में ‘दिव्यता के साथ साक्षात्कार’ के एक निर्णायक क्षण के रूप में इतिहास में दर्ज किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी शुभकामनाएं
इस शुभ अवसर पर धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दीं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के अवसर पर अनुष्ठान करेंगे। उपराष्ट्रपति ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर धनखड़ ने लिखा, ‘हर तरफ राष्ट्रीय गौरव के पुनर्जागरण के जश्न के क्षण को देखकर खुशी हो रही है। 22 जनवरी का दिन इतिहास में हमारे सभ्यतागत पथ में ‘दिव्यता के साथ साक्षात्कार’ के निर्णायक क्षण के रूप में अंकित है।’
‘आइये लेते हैं संकल्प’
धनखड़ ने कहा, ‘आइए इस दिन हम चारों ओर ज्ञान, शांति, सद्भाव और धार्मिकता लाने के लिए प्रभु श्री राम के सत्यनिष्ठा, क्षमा, बहादुरी, ईमानदारी, नम्रता, देखभाल और करुणा के मूल्यों को जीवन के तरीके के रूप में विकसित करने का संकल्प लें।’ अयोध्या भगवान राम के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को नवनिर्मित राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने वाले हैं।