भागलपुर: रुकावटें आती हैं, सफलता की राहों में…ये कौन नहीं जानता….फिर भी वह मंज़िल पा ही लेता है…जो हार नहीं मानता। ऐसे में जिनके इरादे और हौसले बुलंद हों तो निश्चित ही वे लोग अपने लक्ष्य को प्राप्त करते है और सबके लिए सफलता की एक नई मिशाल पेश करते हैं। वहीं बीपीएससी की ओर से आयोजित सहायक अभियोजन पदाधिकारी परीक्षा (2023) में बरारी आरएचएमटी लेन के विजयकांत कुमार ने अपने प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल कर ली। सहायक अभियोजन पदाधिकारी में चयनित होकर जिले समेत पूरे समाज का नाम रोशन किया।
बता दें विजयंत कुमार भागलपुर जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता की मौत 2013 में हो चुकी है। इस दौरान पढ़ाई में उनको कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन परिवार वाले उन्हें हौसला देते रहे। आखिरकार उन्होंने मुकाम हासिल कर लिया। पिता की मौत के बाद विजयंत पूरी तरह से टूट चुके थे, लेकिन मां और भाई का सपोर्ट बेहतर रहा और उन्होंने मंजिल हासिल की।
परिवार में सबसे उच्च पोस्ट की नौकरी विजयंत कुमार ने ही प्राप्त की है। वहीं परिवार वालो ने मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की। मिडिया से बातचीत के दौरान विजयंत कुमार की मां भावुक हो गई। उन्होंने विजयंत के स्ट्रगल के बारे में बताया।
वहीं विजयंत की मां पूरी तरह से भावुक हो गई और उन्होंने मिडिया से बातचीत के दौरान बताया कि देर रात तक खूब पढ़ाई करता था। उसकी इस सफलता से सिर्फ परिवार ही नहीं, बल्कि समाज के लोग भी खुश हैं।
वहीं विजयंत ने बताया कि लॉ कॉलेज में पढ़ाई के दौरान सीनियर ने सहायक अभियोजन पदाधिकारी के बारे में बताया और कहा कि समाज से जुड़ने के लिए यह पद भी बेहद महत्वपूर्ण होता है। तभी से BPSC की तैयारी में जुट गए। देर रात तक पढ़ाई करता। परिवार का भी खूब सपोर्ट रहा। दिन में समय नहीं मिलने के कारण, अधिकतर पढ़ाई रात में ही करता था। उन्होंने बताया कि रात में करीब चार घंटे तक वह पढ़ाई करते थे।
आगे बताया कि स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने टीएमबीयू से ग्रेजुएशन किया और एलएलबी तक पढ़ाई टीएनबी लॉ कॉलेज से की। वर्तमान में इसी कॉलेज से एलएलएम कर रहे हैं। इस दौरान कठिनाइयां कई सामने आई, लेकिन परिवार वालों ने कहा मेहनत करते रहिए सफलता हाथ जरूर लगेगी। वहीं अन्य युवाओं से भी उन्होंने अनुरोध किया कि किसी भी कार्य को पूरे लगन से करें, किसी भी कार्य को पूरे मन से करने के बाद सफलता जरूर हाथ लगती है।