चंपानगर में स्थापित हुई कष्टहरणी मातारानी दुर्गा की भव्य प्रतिमा, पहली पूजा को पट खुलते ही दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, पौराणिक रीति रिवाज के तहत, यहां पहली पूजा से होता है माता दुर्गा का दर्शन
भागलपुर के चंपानगर स्थित एमटीएन घोष रोड लेन में महाराणा पूजा समिति द्वारा दुर्गा पूजा के उपलक्ष्य पर गुरुवार को पहली पूजा को ही कष्टहरणी मातारानी की प्रतिमा स्थापित की गई है। पूजा के आयोजक राजू महाराणा ने बताया कि सन 2001 ई० से ही हमारे यहां मां दुर्गा की पूजा होती है। पहली पूजा को ही माता रानी का प्राणप्रतिष्ठा कर दिया जाता है। एक पूजा से ही माता के पट को खोलकर हम भक्त माता के दर्शन कर पूजा पाठ करते है। पूरे नाथनगर प्रखंड क्षेत्र के सभी इलाकों से भारी भीड़ यहां देवी दुर्गा के दर्शन को पहुंचती है। पूरे दस दिनों तक यहां भक्ति गीतों व मंत्रोच्चारण से इलाका गुंजायमान रहता है।
कष्टहरणी मातारानी की विशेषता को बताते हुए महाराणा परिवार की सदस्य राखी राज ने बताया कि जबसे इस इलाके में कष्टहरणी माता रानी की पूजा की शुरुआत हुई है तबसे लेकर आजतक माता रानी की कृपा से यहां कोई कष्ट दुख समाज में नही है। मौके पर नरेश महाराणा, शंकर महाराणा, राखी राज, प्रतीक महाराणा, संचय महाराणा, अर्पिता चटर्जी, पायल आदि उपस्थित थे। कलश स्थापना के साथ विभिन्न मंदिरों में दुर्गा पाठ शुरू दुर्गा पूजा के शुरू होते ही नाथनगर के मनसकामनाथ मंदिर, मोहनपुर दुर्गा स्थान, नूरपुर दुर्गा स्थान, महासय ड्योढ़ी, सुजापुर दुर्गा स्थान, मडुआनाथ स्थित दुर्गा स्थान सहित आदि मंदिरों में पहली पूजा की शुरुआत कलश स्थापना के साथ की गई। पंडित अशोक ठाकुर द्वारा मां दुर्गा का पाठ किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिरों में देवी दुर्गा की पूजा अर्चना करते दिखे।