भागलपुर। जगदीशपुर थाना क्षेत्र में आठ साल पहले जब्त किया गया डेढ़ सौ ट्रैलर बालू गायब होने का मामला पुलिस के लिए भारी पड़ता दिख रहा है। कोर्ट की सख्ती ने पुलिस की लापरवाही और मनमानी सामने ला दी है। जब्त बालू के गायब होने के मामले में जगदीशपुर थानेदार इंस्पेक्टर गणेश कुमार ने कोर्ट में उपस्थित होकर कहा है कि बालू का पता नहीं चल रहा। उन्होंने बताया कि पुरैनी में कब्रिस्तान के पास जब्त किया गया एक सौ और करबला के पास पचास ट्रेलर बालू रखा गया था पर दोनों ही जगहों पर बालू नहीं है, जगह खाली है। कोर्ट ने इसपर थानेदार से लिखित रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
इंस्पेक्टर ने कहा, कुछ लिखित मिल जाए तो रिपोर्ट तैयार कर लें, एपीपी ने भेजा लेटर
कोर्ट में बालू के गायब होने को लेकर मौखिक बात रखने के बाद जब कोर्ट ने जगदीशपुर थानेदार को लिखित रिपोर्ट सौंपने को कहा तो उन्होंने एपीपी से लिखित देने का आग्रह किया। एपीपी उदय प्रसाद सिंह ने उक्त मामले को लेकर एसएसपी को लिखते हुए लिखित रिपोर्ट सौंपने को कहा है। पुलिस को यह बताना होगा कि जब्त किया गया बालू कहां गया। जब्त किए जाने के बाद बालू की रखवाली की जिम्मेदारी किसे दी गई थी। जिसे जिम्मेदारी दी गई थी उसने क्या किया। इतनी मात्रा में बालू जब्ती को पुलिस ने हल्के में कैसे ले लिया।
पुलिस की मदद से बालू बेचने की जताई जा रही आशंका
जब्त किया गया डेढ़ सौ ट्रेलर बालू आखिर कहां चला गया। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि पुलिस की मिलीभगत से बालू को बेच दिया गया। यह भी आशंका जताई जा रही है कि किसी बालू माफिया ने वहां से बालू का उठाव कर लिया। एडीजे-16 की अदालत ने इस मामले में सख्ती दिखाई है और यह बताने को कहा है कि बालू गया कहां।