भागलपुर: कांग्रेस इंटक कार्यकर्ताओं ने 8 अक्टूबर 2023 रविवार को कचहरी चौक कलेक्ट्रेट गेट के समक्ष प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में दिल्ली मे पत्रकारों की हुई गिरफ्तारी के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बंद करो! पत्रकारों की आवाज दबाना बंद करो! वी स्टैड विद न्यूज़ क्लिक! अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में कई नारों के साथ पत्रकारों के खिलाफ इस दमनात्मक करवाइए के विरोध में प्रतिवाद की गई।
इस सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस इंटक के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश उपाध्याय ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया- कि पत्रकारों की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। यह प्रेस की आजादी पर हमला है। केंद्र की सरकार बौखला गई है। अब वह मीडिया को डरने लगी है। अगर प्रेस की आजादी खत्म हो जाएगी तो जनता की आवाज दबी रह जाएगी। जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से अपनी नीतियों की आलोचना सुनने को तैयार नहीं है। इसी का परिणाम है कि आज यदि मीडिया का कोई व्यक्ति सरकार की नाकामियों की ओर आम जनता का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करता है, तो सरकारी एजेसियो के माध्यम से उसे परेशान किया जाता है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का यह कृत्य स्पष्ट तौर पर प्रेस की आजादी पर कुठाराघात है। मौजूदा शासन में देश का लोकतंत्र सुरक्षित नहीं है। ऐसे दर्जनों पत्रकारों के साथ अपराधी जैसा सलूक किया जाना और बेबुनियादी धाराएं ठोकर गिरफ्तार किया जाना साबित करता है कि देश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष पत्रकारिता को दबाने और डराने के लिए यह सरकार कुछ भी करने पर तुली भी है। उन्होंने कहा- इस समाज में सभी वर्गों को इस पर गम्भीरतापूर्वक विचार करना होगा। हम सरकार से मांग करते हैं कि पत्रकारों पर की जा रही कार्रवाई को तुरंत बंद कराई जाए।
जिससे मीडिया स्वतंत्र रूप से अपना कार्य कर सके तथा स्वतंत्र लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन हो।इस कार्यक्रम के माध्यम से कांग्रेस ने पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की गई,ताकि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष पत्रकारिता बनी रहे। उपाध्याय ने आगे कहा- आने वाले समय में सरकार के लोकतंत्र विरोधी हर कदम का करार जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस इंटक पत्रकारों की रिहाई पर भविष्य में ऐसा ना हो,इसे सुनिश्चित करने की मांग करती है।
इस दौरान प्रवक्ता सह महामंत्री मंटू यादव, संतोष कुमार,डॉ विश्वजीत कुमार,दिलीप कुमार, मृत्युंजय कुमार,मीडिया प्रभारी सिकंदर चौधरी,कामेश्वर मंडल,अरविंद कुमार,वरीय अधिवक्ता प्रमोद उपाध्याय,अभिसार शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा,पिंटू कुमार,अभिजीत कुमार,बादल कुमार,महेश पासवान, दिनेश भगत,पूर्व सैनिक जगदीश झा, अमरेंद्र पांडे,ए. के यादव, सहदेव यादव,अजय यादव, दयानंद यादव, दर्जनों का कार्यकर्ता मौजूद थे।