भागलपुर। शहर के विसर्जन मार्ग में बिजली के तार को अंडरग्राउंड नहीं कराया जा सका। नतीजा है कि अब भी प्रतिमा विसर्जन और मुहर्रम जुलूस के दौरान शहर की बिजली लंबे समय के लिए कटती है। इस बार भी काली प्रतिमा विसर्जन के दौरान एहतियातन बिजली काटी जाएगी। चूंकि शहरी दिनचर्या बिजली पर ही निर्भर होती है, इसलिए लंबे समय के लिए बिजली कटना दुखदायी हो जाता है। अगर पूर्व के प्रस्ताव के अनुसार बिजली कंपनी अंडरग्राउंड बिजली या अन्य किसी विकल्पों पर विचार करती तो यह समस्या कम हो सकती थी।
लगभग छह साल पहले भागलपुर में विद्युत विनियामक आयोग की सुनवायी में इसपर कड़ी आपत्ति की गई थी। आयोग के अध्यक्ष ने बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति के सदस्यों के आवेदन पर कहा था कि यह बेहद निराशाजनक है कि बिजली रहते शहरवासियों को लगातार 30-30 घंटे तक आपूर्ति नहीं हो पाती है। अध्यक्ष एसके नेगी ने जब स्थानीय प्रशासनिक और बिजली अधिकारियों से जबाव तलब किया था तो तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा था कि आगे यह परेशानी न हो इसके लिए कार्ययोजना बनी है। बिजली अधिकारियों ने बकायदा योजना भी बतायी थी।
दुर्गा पूजा महासमिति और काली पूजा महासमिति की ओर से पूर्व में यह प्रस्ताव दिया गया है कि कम से कम विसर्जन मार्ग में बिजली के तार को अंडरग्राउंड कराया जाय। सहमति बनने के बाद भी बात टल गई। विसर्जन या मुहर्रम के दौरान कमोबेश 30 से 36 घंटे बिजली कटती है।
अधिकारी बोले
कार्यपालक अभियंता शहरी प्रकाश कुमार झा बताते हैं कि विसर्जन मार्ग पर सुरक्षा के दृष्टि और बिजली की लंबी कटौती के मद्देनजर कई काम कराए गए हैं। एलटी वायर को सड़क के दोनों ओर अलग-अलग कर दिया गया है ताकि रोड क्रॉसिंग के कारण सर्विस वायर को न काटना पड़े।