भागलपुर : जिउतिया को लेकर निर्जला व्रत शुरू, कल सुबह में होगा पारण

Jiutia

जिउतिया व्रत मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। संध्या में अष्टमी के प्रवेश के बाद निर्जला व्रत शुरू हो गया। गुरुवार को सुबह महिलाएं पारण करेंगी।

इससे पूर्व महिलाओं ने बरारी पुल घाट, सीढ़ी घाट, बूढ़ानाथ घाट आदि में स्नान किया। इस दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बुधवार को महिलाएं अष्टमी तिथि में प्रदोष काल में पांच तरह के फल, पकवान, खीरा, खाजा, मिठाई, पान, सुपारी, सिंदूर, जनेऊ आदि से अपने पितरों को याद करते हुए डलिया भरेंगी। इसके साथ राजा जीमूतवाहन और पक्षीराज गरुड़ की कथा सुनेंगी।

जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा जाता है। महिलाओं का मंगलवार को नहाए खाए के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया। मुंदीचक की सुनीता ने बताया कि मंगलवार की सुबह खल्ली तेल, दतवन आदि से पितरों को याद किया गया। शाम में दही-चूड़ा पितर को पूजा गया।

बुधवार को फल-पकवान, खाजा आदि से डलिया भराया जायेगा। वहीं हड़बड़िया काली मंदिर मंदरोजा के ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि महिलाएं 25 सितंबर बुधवार को जीवित्पुत्रिका व्रत करेंगी। व्रत के एक दिन पूर्व मंगलवार को नहाय-खाय हुआ। उन्होंने बताया कि सप्तमी का प्रवेश मंगलवार शाम 557 मिनट तक रहा। इसके बाद 558 से अष्टमी का प्रवेश हो गया। काशी पंचांग के अनुसार बुधवार बुधवार को शाम 456 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी। उदया तिथि के अनुसार पारण 26 सितंबर गुरुवार को व्रती महिलाएं करेंगी। काशी पंचांग के अनुसार 27 सितंबर शुक्रवार शाम 410 बजे से हथिया नक्षत्र शुरू होगा। हथिया नक्षत्र में वायु वेग के साथ सामान्य वृष्टि होने के योग हैं। बुधवार को अष्टमी का श्राद्ध और तर्पण होगा।

बरारी गंगा घाट, हनुमान घाट, बरारी पुल घाट, बूढ़ानाथ घाट सहित अन्य गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने के बाद अपने-अपने पितरों को जल देकर याद करेंगे। गंगा स्नान करने के बाद हाथ में जौ, तिल, अक्षत, द्रव्य, जल, कुश, खीरा लेकर अपना नाम गोत्र, पूर्वज के नाम लेते हुए संकल्प कर तर्पण किया।

फलों और सब्जियों की कीमत सामान्य रही

पर्व को लेकर दो दिनों से सब्जियों की कीमत काफी बढ़ गयी थी। मंगलवार को कीमत सामान्य रही। गिरधारी घाट स्थित सब्जी विक्रेता मुन्ना ने बताया कि झिंगली 80 रुपये किलो, झिंगली का पत्ता दो रुपये पीस, नोनी का साग 40 रुपये किलो, ककौड़ी 160 रुपये किलो और कदिमा 40 रुपये किलो बिका। फल विक्रेता धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि सेब 100 से 120 रुपये किलो, नारंगी 80 से 100, अमरूद 60 से 80 रुपये किलो और केला 30 से 40 रुपये दर्ज बिका।

इसके अलावा एक नारियल 25 से 30 रुपये पीस बिका।

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