भागलपुर: अंग सेवा समिति बूढ़ानाथ घाट पर पिछले 38 वर्षों से छठव्रती की सेवा करते आ रही है। आज बाबा बूढ़ानाथ घाट पूरी तरह छठव्रतियों के लिए सज धज कर तैयार है समिति के द्वारा छठ के पहले अर्घ्य के दिन सूर्य भगवान के प्रतिमा का पूजन होगा। इसके बाद घाट पर आए सभी भक्तजनों के पूजन हेतु दूध अगरबत्ती माचिस पूजन सामग्री की व्यवस्था निशुल्क है।
साथ ही साथ पहले अर्घ्य के समाप्ति के बाद गंगा मां की आरती का आयोजन भी किया जा रहा है। इस आयोजन में शहर की महापौर उप महापौर भागलपुर के विधायक पूर्व महापौर पाषर्द गण आदि सम्मिलित रहेंगे गंगा आरती के ठीक बाद बिहार कोकिला शारदा सिन्हा जी को भी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया जाएगा।
साथ ही साथ रात में ही महाभोग की व्यवस्था भी की गई है जिसे सैकड़ो भक्तगण प्राप्त करेंगे दूसरी अर्घ्य के दिन सुबह सुबह दूसरे अर्घ्य के दिन सुबह-सुबह घाट पर आए सभी भक्तजनों के लिए चाय बिस्कुट नींबू पानी खीर का प्रसाद का भी वितरण किया जाएगा और साथ ही साथ जितने भी छठ व्रतीमाताएं जो पूजन कर रही है उनका भी परण समिति के सदस्यों के द्वारा मिट्टी के बर्तन में दही पेड़ा और शुद्ध नींबू का शरबत भी ग्रहण कराया जाएगा।
कल रात्रि में भागलपुर से आए मशहूर भजन गायिका के द्वारा भजन का भी कार्यक्रम रखा गया है पूरे घाट पर लाइट रंगीन रोशनी से सजाया गया है। गंगा घाट पर गहरे पानी से बचने हेतु जिला प्रशासन के द्वारा ब्रैकेटिंग किया गया है। कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई हैह जिस पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है। सूचना प्रसारण केंद्र की व्यवस्था की गई है प्राथमिक उपचार केंद्र गोताखोर एनडीआरफ एंबुलेंस की व्यवस्था घाट पर की गई है।
आप सभी भक्तजनों से अनुरोध है कि आप बूढ़ानाथ घाट पर आए और हम सभी सदस्यों को सेवा करने का मौका दें आज की तैयारी में समिति के अध्यक्ष अभय घोष सोनू पार्षद संजय सिन्हा महासचिव प्रवीण कुमार उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता पप्पू शुक्ला वेद प्रकाश सचिव ठाकुर मोहित सिंह गप्पू पंडित आचार्य रमेश चंद्र मिश्र के द्वारा घाट पर सूर्य भगवान की प्रतिमा का पूजन भी किया जाएगा जिनमें यजमान ठाकुर मोहित सिंह गप्पू।
इनके साथ सहयोगी के रूप में सुरेंद्र कुमार धर्मवीर सिन्हा संदीप सिन्हा आदि लगे हुए हैं कोषाध्यक्ष रमन कुमार लव कुमार कुश चंद्रिका प्रसाद राजेश टंडन विशाल कुमार प्रहलाद चौधरी कर्नल सिंह एवं सैकड़ो सदस्य छठ व्रतियों की सेवा में लगे हुए हैं।