भागलपुर : गोपालपुर-रंगरा प्रखंड और कटिहार के सीमावर्ती इलाके शेरमारी चायटोला को जोड़ने वाली सात करोड़ की लागत से बनी सड़क बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई है। यह सड़क ग्रामीण कार्य विभाग ने बनाई गई थी, लेकिन बाढ़ के पानी में यह पूरी तरह बर्बाद हो गई। सड़क के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी विभाग ने मुख्यालय को रिपोर्ट बनाकर भेज दी है।
नवगछिया ग्रामीण कार्य विभाग ने रंगरा प्रखंड होकर कटिहार जिले के कुरसेला थाना क्षेत्र के शेरमारी चायटोला जाने वाली सात किलोमीटर लंबी सड़क को दो महीने पूर्व बनाई थी। अचानक बाढ़ के पानी आने से सड़क का आधा हिस्सा पूरी तरह टूट गया। विभाग के द्वारा सड़क की मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है, लेकिन सड़क का अधिकांश हिस्सा टूट चुका है। यह सड़क आजमाबाद, कटिहार, भागलपुर और नवगछिया के दियारा क्षेत्र का प्रमुख मार्ग है। सड़क के टूट जाने से कई गांवों का संपर्क भंग होने के कगार पर है। सहायक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि सड़क का निर्माण समय पर कराया गया था, लेकिन बाढ़ के कारण यह टूट गई। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि हमने यह सड़क कम समय में बनवाने का प्रयास किया था, लेकिन बाढ़ के प्रभाव से यह टूट गई है।
जलजमाव होने से समय पर नहीं हो पाएगी बुआई
नवगछिया। गंगा और कोसी के जलस्तर में वृद्धि के बाद गोपालपुर, कमलाकुंड, डुमरिया, सुकटिया बाजार और तीनटंगा जैसे इलाकों में भी बाढ़ के पानी से जलजमाव के कारण समय पर खेती होने की संभावना नहीं बन रही है। किसान गजेंद्र मंडल और अवधेश मंडल ने बताया कि यदि 15 दिनों में बाढ़ का पानी खेतों से नहीं निकलता है, तो सरसों की बुआई नहीं हो सकेगी। प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अगर 15 अक्टूबर तक बाढ़ का पानी नीचे उतर जाता है, तो किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन जल जमाव के कारण किसान समय पर खेती नहीं कर पाएंगे।