भागलपुर जिला में बह रही गंगा की रफ्तार में ब्रेक लग गया है। मंगलवार को गंगा के जलस्तर में मामूली कमी आई है। भागलपुर में दो सेंटीमीटर और कहलगांव में तीन सेंटीमीटर की कमी आई है। जलस्तर में कमी अभी बरकरार रहेगी।
केंद्रीय जल आयोग ने अगले 24 घंटे में भागलपुर में 3 सेंटीमीटर और कहलगांव में 4 सेंटीमीटर की कमी का पूर्वानुमान किया है। भागलपुर में जलस्तर अब लाल निशान 33.68 मीटर पर स्थिर है। जबकि कहलगांव में लाल निशान 31.09 मीटर से 93 सेंटीमीटर अधिक यानी 32.02 पर गंगा बह रही है। राघोपुर में लाल निशान से 1.12 मीटर और इस्माईलपुर बिंदटोली में 1 मीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर घटने से जल संसाधन विभाग ने राहत की सांस ली है। लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब बारिश रुला रही है। जल विज्ञान निदेशालय ने रेन गेज रीडिंग में तिलकामांझी में 14.60 मिमी बारिश होने की रिपोर्ट दी है। अभियंताओं ने बताया कि उत्तर-पश्चिम राज्यों में बारिश थमने से गंगा शांत हुई है। इसलिए सुल्तानगंज से कहलगांव तक कमी आई है।
उधर, रुक-रुककर हुई बारिश से खुले में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों को रतजगा करना पड़ रहा है। पशुओं के बचाव को पर्याप्त शेड नहीं है। बारिश में भींगने से मवेशियां बीमार हो रही हैं। पशुपालकों का दावा है कि चारे की कमी से दूध कम हो रहा है जिससे परेशानी बढ़ी है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अंजली कुमारी सिन्हा ने बताया कि पशु चिकित्सकों की मोबाइल टीम बाढ़ प्रभावित इलाके में कैंप कर रही है। पशुपालकों को सूखा चारा उपलब्ध कराया जा रहा है।