भागलपुर। काली पूजा महारानी केन्द्रीय महासमिति ने काली प्रतिमाओं का विसर्जन ससमय क्षेत्रवार किये जाने की घोषणा की है। इस बाबत बुधवार को महासमिति के सदस्यों ने बैठक की।
महासमिति के अध्यक्ष ब्रजेश साह और महामंत्री डॉ. आनंद कुमार मिश्रा ने बताया कि 31 अक्टूबर की रात में काली प्रतिमाएं स्थापित होंगी। दो नवंबर की रात से मूर्तियां पंडालों से उठनी शुरू हो जाएंगी और तीन नवंबर की सुबह से निर्धारित समय के अनुसार मूर्तियों का विसर्जन शुरू हो जाएगा।
कृत्रिम तालाबों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की
आनंद ने बताया कि पश्चिम क्षेत्र में कुल 19 प्रतिमा हैं, जिनमें सात प्रतिमा बुढ़िया काली-पार्वती के साथ स्टेशन आती हैं। वेरायटी चौक व खलीफाबाग होती हुई कोतवाली के रास्ते नया बाजार पहुंचती है। पश्चिम क्षेत्र की प्रतिमाओं का विसर्जन रात 11 से एक बजे तक निश्चित किया गया है। इस समय अवधि में सभी पश्चिमी क्षेत्र की प्रतिमाओं को मेला मार्ग में अग्रसर किया जाएगा। जबकि प्राचीन काली पार्वती और बम काली का मिलन खलीफाबाग चौक पर रात 12 बजे होगा। वहीं पूर्वी क्षेत्र की प्रतिमाओं का स्टेशन चौक पर प्रवेश का 230 से चार बजे तक होगा। जबकि उत्तरी क्षेत्र की प्रतिमा का रात दो बजे के बाद अजंता टॉकीज के समीप बैरियर के पास आएंगी। इस बाबत महासमिति के सदस्यों ने पिछले वर्ष की घटना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की भी मांग की है। साथ ही कृत्रिम तालाबों की संख्या भी बढ़ाए जाने की मांग की है। मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. सुरेश यादव, उप महामंत्री रिंटू सिंह चंद्रवंशी, संरक्षक शिशुपाल भारती, भगवान यादव, नंदकिशोर पंडित, प्रभात कुमार ललन, राकेश रंजन केसरी, कमल जायसवाल, सत्यनारायण प्रसाद, रिक्की कुमार साह, संजय जयसवाल और सरवन समेत अन्य मौजूद थे।