भागलपुर : सुरक्षा पर खतरा बता सोशल स्टेटस को चमकाने के लिए बॉडीगार्ड रखने वाले समय पर भुगतान नहीं कर रहे। भुगतान के आधार पर बॉडीगार्ड तो रख लिया पर अंगरक्षक प्रतिनियुक्ति के एवज में राशि देने की बारी आई तो टालमटोल करने लगे। जिले के वैसे आधा दर्जन महानुभावों पर बॉडीगार्ड के एवज में 30.59 लाख रुपये का बकाया होने पर पुलिस मुख्यालय ने जिले के वरीय अधिकारियों को लिखा है। उन लोगों से बकाया का भुगतान कराने को कहा है।
कोई भाजपा तो कोई जदयू से जुड़े हैं, स्कूल के चेयरमैन भी शामिल
जिले के जिन लोगों पर अंगरक्षक का भुगतान बाकी है उनमें एक पूर्व मेयर और जदयू से जुड़े हैं। उनपर 5.45 लाख रुपये बकाया बताया गया है। लिस्ट में खुद को भाजपा का युवा नेता कहने वाले भी हैं जिनपर बॉडीगार्ड के भुगतान का 8.99 लाख तो एक अन्य बड़े स्कूल के चेयरमैन पर अंगरक्षक के भुगतान का 7.95 लाख रुपये बकाया है। एक होटल संचालक को भी बॉडीगार्ड रखने का शौक रहा पर भुगतान के नाम पर उनके ऊपर भी 3. 23 लाख रुपये बकाया है। चिकित्सा केंद्र चलाने वाले शख्स पर भी बॉडीगार्ड के भुगतान का 4.28 लाख रुपये बकाया है। घोघा के रहने वाले एक शख्स पर अंगरक्षक भुगतान के नाम पर 69 हजार चार सौ रुपये बकाया है।
नहीं होगा भुगतान तो ऑडिट ऑब्जेक्शन हो सकता है
पुलिस मुख्यालय ने जिले के वरीय अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि जिन लोगों पर अंगरक्षक प्रतिनियुक्ति के एवज में भुगतान बकाया है अगर वे जल्दी भुगतान नहीं करेंगे तो ऑडिट ऑब्जेक्शन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मुख्यालय ने यह भी बताया है कि किस महानुभाव को अंगरक्षक प्रतिनियुक्ति के कितने दिन का भुगतान बाकी है। पत्र से यह भी पता चलता है कि उक्त सभी लोगों ने प्रतिनियुक्ति की समय सीमा से ज्यादा समय तक अंगरक्षक को बनाए रखा।