भागलपुर : मंदारहिल लाइन में दुमका-भागलपुर के बीच दोहरीकरण के बाद वंदे भारत का सफर और छोटा हो जाएगा। इसके लिए रेल प्रशासन जोर-शोर से तैयारी में जुटा है। दोहरीकरण के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है और अब डीपीआर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है।
तय लक्ष्य के अनुसार अगले दो साल में यह काम पूरा हो जाएगा, इसके बाद संभव है कि छह घंटे की जगह साढ़े चार से पांच घंटे में ही वंदे भारत से हावड़ा तक की सफर पूरी हो जाएगी। अभी हावड़ा से भागलपुर आने के क्रम में वंदे भारत को अमूमन तीन ट्रेनों को सिंगल लाइन पर क्रॉसिंग देना पड़ता है।
भागलपुर से दुमका तक 112 किमी होना है दोहरीकरण
भागलपुर से दुमका तक 112 किमी रेल दोहरीकरण का काम होना है। इसके लिए मिट्टी जांच और सर्वे का काम पूरा हो गया है। अब इसके लिए डीपीआर बनाने का काम होगा। अगले दो साल में यह काम पूरा हो जाएगा।
मालदा रेल मंडल के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि निश्चित रूप से अभी क्रॉसिंग और काउशन की वजह से इस सेक्शन में ट्रेनों को समय लग रहा है। दोहरीकरण के लिए डीपीआर बनने जा रही है। दोहरीकरण के बाद ट्रेनों में सफर का समय और कम होगा