भागलपुर : शिक्षा के अधिकार के नियम 2009 के तहत स्कूल में बच्चों को पीटने और शारीरिक प्रताड़ना देना निषेध है। इसका कानून का उल्लंघन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का प्राविधान है। यह जानते हुए भी सबौर प्रखंड के मध्य विद्यालय कुरपट के प्रधानाध्यापक द्वारा स्कूल में बच्चों को बेरहमी तरीके से पीटते और झाड़ू लगवाते हुए वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल है।
हालांकि, हम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वायरल वीडियो में पहले प्रधानाध्यापक द्वारा घुटने से एक छात्र को मारते हुए देखा जा सकता है। उसके बाद बाहर निकाल कर थप्पड़ से मारते हैं। वहीं, इसी वीडियो में दो बच्चों को एक घंटे के अंदर स्कूल परिसर की सफाई करने को कहते हैं।
साथ ही साथ यह भी कहते हैं कि अगर एक भी कागज दिख गया तो देह (शरीर) का खाल खींच लेंगे। वहीं, इस वीडियो में प्रधानाध्यापक द्वारा महिला शिक्षकों की उपस्थिति में उस कमरे में लूंगी (पारदर्शी लाल कपड़ा लपेटे) लपेटे प्रधानाध्यापक घूमते-टहलते भी नजर आ रहे हैं।
चेतना सत्र में भी प्रधानाध्यापक यह कहते दिखते हैं कि अगर नियम कायदा नहीं सीखोगे तो लात-घूसा मार-मार कर बेहोश कर देंगे। वीडियो में यह सब करने वाले और कहने वाले प्रधानाध्यापक का नाम अरविंद कुमार है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, लूंगी पहनकर घूमने का वीडियो पुराना है, लेकिन मारने पीटने का वीडियो तीन-चार दिन पहले का है।
वहीं, इस संदर्भ में जब मध्य विद्यालय कुरपट के प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपको वीडियो कैसे मिला। जब उनसे पूछा गया कि इस तरह बच्चों को मारना कहां तक सही है, तो उन्होंने कहा कि स्कूल हमारा है, बच्चे हमारे हैं, हम मारेंगे। जब तक मारेंगे नहीं, तब तक यह लोग सुधरने वाला नहीं है।
वायरल वीडियो की जानकारी मिली है। वीडियो की सत्यता की जांच करवाई गई है। वायरल वीडियो के आधार पर मध्य विद्यालय कुरपट के प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। साथ ही वरीय पदाधिकारी को मामले में कार्रवाई करने को लिखा जाएगा। – दिव्या श्री, डीपीओ सह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सबौर