भागलपुर : नवगछिया के रंगरा प्रखंड मुख्यालय के कलबलिया नदी में चैती दुर्गा स्थान के पास स्थित बांध टूटने के बाद आसपास के लगभग 50 से 60 घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण शंकर शर्मा सहित महादलित के घरों में बाढ़ का पानी आने से लोगों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा, धोबिनिया में बांध पर पानी के दबाव के कारण कई स्थानों पर पानी बहने लगा, जिससे बांध के टूटने का खतरा बढ़ गया। गांव के लोग कुदाल, डालियां लेकर बांध की मरम्मत करने में जुट गए हैं और पानी के बहाव स्थल को बचाने के लिए वृक्ष की टहनियां, बांस, बल्ली और मिट्टी का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, गंगा नदी का पानी रंगरा गांव में भी पूरी तरह फैल गया है। उच्च विद्यालय, भगवती स्थान और मध्य विद्यालय में बाढ़ का पानी भर गया है। ग्रामीण बरूण सिंह ने बताया कि लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं। उधर, मंगलवार को इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा नदी के जलस्तर में दस सेंटीमीटर की कमी होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।
कहलगांव गंगा के जलस्तर में घटने का क्रम प्रारंभ हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर दो घंटे में एक सेंटीमीटर घटत के साथ मंगलवार की शाम छह बजे तक 32.54 मीटर पर था।
नारायणपुर प्रखंड के सिंहपुर पश्चिम पंचायत नवटोलिया काली मंदिर के पास जीएन बांध में गंगा के जलस्तर वृद्धि होने पर कटाव हुआ था। इसके बाद पदाधिकारी के निर्देश पर कार्य प्रगति पर है। बीडीओ ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग से बात कर कार्य कराया जा रहा है।
बाढ़ के कारण कटने लगी हैं सड़कें, पुल भी जर्जर
पीरपैंती। पीरपैंती में तेजी से चारों ओर फैल रहा बाढ़ का पानी कहर ढाहने लगा है। एक ओर जहां दियारा क्षेत्र के सभी पंचायतों में बाढ़ का पानी लगभग घरों, दरवाजों, सड़कों, खेत, बहियारों में लबालब भर गया है। दूसरी ओर उत्तरी पश्चिमी दियारा का एकमात्र महत्वपूर्ण हजूरनगर-इमामनगर पुल सड़क काफी जर्जर हो गया है। सड़क बीच से और साइड से कटने लगा है। जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इसकी सूचना मिलते ही बीपीआरओ कामेश्वर नारायण एवं एसडीपीओ कहलगांव टू डॉक्टर अर्जुन कुमार गुप्ता आदि भी पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया। जबकि पूर्वी दियारा का संपर्क पुल सड़क चौखंडी का हालत भी जर्जर है।
पुरानी मसाढ़ू में कटाव में तीन पक्का मकान विलीन
सबौर। प्रखंड क्षेत्र के ममलखा पंचायत स्थित पुरानी मसाढ़ू के वार्ड नंबर एक में गंगा कटाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को तीन पक्का मकान गंगा कटाव में विलीन हो गए। पूरा वार्ड चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। ममलखा पंचायत के पुरानी मसाढ़ू निवासी वार्ड सदस्य अनिल कुमार ने कहा कि तीन लोगों का मकान गंगा में समा गया।
पुरानी मसाढ़ू में दो दर्जन घर गंगा कटाव में समा गए। वहीं 100 घर कटाव की जद में हैं। हालांकि प्रशासन के निर्देश पर सभी लोग बाढ़ राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं।
बिहपुर में तटबंध क्षतिग्रस्त होने से लोगों में भय का माहौल
बिहपुर/शाहकुंड/गोराडीह। प्रखंड में सोमवार की देर रात आई आंधी और बारिश ने तेज हवा के झोंकों से पानी के दबाव को बढ़ा दिया। इससे क्षेत्र में तटबंध टूटने की स्थिति बन जाने की खबर फैल गई। जिससे लोगों के बीच भय का माहौल बन गया। वहीं सोनवर्षा के समाजसेवी अजय उर्फ लाली कुंवर ने बताया कि तटबंध पर विभाग के संवेदक की ओर से काम करने वाले मजदूरों के साथ-साथ क्षेत्र के लोग भी पूरी तरह से आंधी और बारिश में तटबंध को बचाने के लिए अपनी उर्जा को झोंक दिए, और तटबंध को सुरक्षित बचा लिया। प्रखंड के नरकटिया जमींदारी गंगा तटबंध की ताजा हालात का निरीक्षण करने नवगछिया के एसडीओ रितुराज प्रताप सिंह भी पहुंचे। वहीं शाहकुंड प्रखंड में बाढ़ का पानी घटने लगा है। सीओ डॉ. हर्षा कोमल ने कहा कि खुलनी पंचायत के दो गांवों में पका हुआ भोजन बांटने का काम भी शुरू किया गया है। उधर, गोराडीह प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी घटना शुरू हो गया। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार दोपहर से पानी घटना शुरू हो गया।
नवगछिया। गोपालपुर प्रखंड में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें बाढ़ के पानी में मगरमच्छ की एक जोड़ी नदी के बहाव में अटखेलियां करते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो की पुष्टि हिन्दुस्तान नहीं कर रहा है। वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि पानी का तेज बहाव है जाने का रास्ता नहीं है। हमलोग वहां पहुंचकर जांच करेंगे। उधर, पीरपैंती में डीसीएलआर सह वरीय प्रभारी मो. सरफराज नवाज मंगलवार को दोपहर बाद अंचल कार्यालय पहुंचे और बाढ़ राहत कार्य का जायजा लिया। वहीं सुल्तानगंज में मंगलवार को नगर परिषद के सभापति राजकुमार गुड्डू ने गनगनिया से तिलकपुर तक बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा किया।