भागलपुर में न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का रास्ता साफ हो गया है. सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनेगा इसकी स्वीकृति सक्षम प्राधिकार ने दे दी है. जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने गोराडीह और सुल्तानगंज के जमीन का चयन कर रिपोर्ट सौंपी थी. लगातार गोराडीह और सुल्तानगंज में एयरपोर्ट निर्माण को लेकर खींचतान जारी था. बीते दिनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था कि सुल्तानगंज में ही एयरपोर्ट बनेगा. अब इसका रास्ता साफ हो गया है. बजट में न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पास होने के बाद अब सक्षम पदाधिकारी ने स्वीकृति दे दी है. इसको लेकर वायुयान संगठन निदेशालय के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने भारतीय विमानपत्तन विभाग के अध्यक्ष को पत्र भेजा है. पत्र में उन्होंने प्री फिजिबिलिटी स्टडी और तकनीकी जांच की मांग की है. ताकि जमीन अधिग्रहण की ओर बढ़ा जा सके. सुल्तानगंज में 855 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. इस स्थान पर हवाई अड्डा निर्माण के लिए टर्मिनल, रनवे, चहारदीवारी, वेटिंग लाउंज समेत अन्य बिंदुओं पर प्री फिजिबिलिटी स्टडी कराया जाना आवश्यक है.
सुल्तानगंज में मसदी, नोनसर, राजगंज, कस्बा, सुजापुर, मंझली के जमीन का प्रस्ताव भेजा गया था. यहां रनवे की उत्तरी छोर की लंबाई 4000 मीटर है, दक्षिणी छोर की लंबाई 3800 मीटर है और चौड़ाई 740 मीटर है. चिन्हित जमीन की दूरी भागलपुर रेलवे स्टेशन से 30 किलोमीटर है. वहीं, सुल्तानगंज मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर है. सड़क मार्ग से दूरी 30 किलोमीटर है.
इन जिलों को मिलेगा लाभ
सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनने से भागलपुर के साथ साथ बांका, मुंगेर, जमुई, खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय के लोगों को सीधा फायदा होगा. इसके साथ ही साथ अजगैबीनाथ धाम विकसित होगा. सुल्तानगंज में प्रवाहित उत्तरवाहिनी गंगा की महत्ता बढ़ेगी, भागलपुरी सिल्क को भी पंख लगेंगे. पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा खासकर सावन के महीने में श्रद्धालुओं को काफी फायदा होगा.
20 सीटर विमान
वहीं भागलपुर के पुराने हवाई अड्डा को भी एग्जिस्टिंग एयरपोर्ट के तहत शुरू किया जा सकता है. इस पर सम्राट चौधरी ने बयान दिया था उन्होंने कहा था कि भागलपुर के पुराने हवाई अड्डा से 20 सीटर तक विमान उड़ाए जाएंगे ,इस दिशा में भी पहल हो रही है.