भागलपुर के पीरपैंती प्रखंड के मनोहर पांडेय ने कई फिल्मों में दमदार प्रदर्शन से फिल्मी दुनिया का चमकता चेहरा बन पीरपैंती सहित पूरे देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
कन्नूर स्क्वॉयड, आदिपुरुष, गंगू बाई काठियावाड़ी सरीखी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के बीच वह खासे चर्चित हैं।
फिल्म के रिलीज के बाद से ही इन्होंने बॉलीवुड और मॉलीवुड इंडस्ट्री में सफलतापूर्वक अपनी छाप छोड़ी है। मनोहर बचपन से ही संगीत प्रेमी रहे हैं।
एनएसडी से की है पढ़ाई
मनोहर पांडेय की प्रारंभिक शिक्षा शेरमारी हाईस्कूल से हुई है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद अभिनय क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में दाखिला लिया। वहां से तीन साल अभिनय की पढ़ाई कर बॉलीवुड में एंट्री ली।
फिल्म के रिलीज के बाद से ही इन्होंने बॉलीवुड और मॉलीवुड इंडस्ट्री में सफलतापूर्वक अपनी छाप छोड़ी है। मनोहर बचपन से ही संगीत प्रेमी रहे हैं।
एनएसडी से की है पढ़ाई
मनोहर पांडेय की प्रारंभिक शिक्षा शेरमारी हाईस्कूल से हुई है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद अभिनय क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में दाखिला लिया। वहां से तीन साल अभिनय की पढ़ाई कर बॉलीवुड में एंट्री ली।
थियेटर में अभिनय के साथ की थी शुरुआत
मनोहर पांडेय छठ पूजा में अपने घर पीरपैंती प्रखंड के जगदीशपुर गांव आए हुए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में इन्होंने अभिनय की शुरुआत थियेटर से की थी। बॉलीवुड में सुपर थर्टी से डेब्यू करने के बाद इन्होंने अबतक पीछे मुड़कर नहीं देखा है।
डेब्यू फिल्म ने की 100 करोड़ की कमाई
मनोहर पांडेय की डेब्यू फिल्म ‘कन्नूर स्क्वॉयड’ ने 100 करोड़ के बिजनेस क्लब में जगह बनाई थी। इस फिल्म में एक्टर मनोहर पांडेय ने पवन भैया के किरदार को जीवंत किया है।
इस साल की बहुचर्चित फिल्म आदिपुरुष ने बहुत अच्छी कमाई तो नहीं की, लेकिन इस फिल्म में अंगद का अभिनय करने वाले पीरपैंती के मनोहर पांडेय की किस्मत चमक गई है।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं
इस लोकप्रित युवा अभिनेता ने बताया अभिनय के क्षेत्र में छोटी जगह से बाहर इंडस्ट्री तक पहुंचना सिर्फ और सिर्फ कड़ी मेहनत का नतीजा है। सफलता पाने का कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं होता है।
इनकी कामयाबी पर पिता योगेन्द्र नारायण पांडेय व माता ने प्रसन्नता व्यक्त की है। क्षेत्र के लोग भी विभिन्न चैनलों पर इनकी फिल्में देखकर इनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं।