भोजपुरी जगत की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया है। दरअसल शारदा सिन्हा बोन मैरो कैंसर से जूझ रही हैं, इस कारण उन्हें एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया है। बता दें कि शारदा सिन्हा साल 2017 से ही Multiple Myeloma (एक प्रखार का बोन मैरो कैंसर) की बीमारी से ग्रस्त हैं। पिछले दिनों दिल्ली एम्स में तबियत खराब होने के कारण शारदा सिन्हा को एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स के अंकोलॉजी मेडिकल विभाग में उन्हें भर्ती कराया गया है। बता दें कि पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से शारदा सिन्हा का इलाज जारी है। फिलहाल शारदा सिन्हा डॉक्टरों की टीम की निगरानी में हैं। उनकी तबीयत चिंता का विषय बनी हुई है। बता दें कि इस बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एम्स जाकर शारदा सिन्हा का हाल जाना। पिछले दिनों अश्विनी चौबे, रामनाथ ठाकुर, धर्मशीला गुप्ता ने भी शारदा सिन्हा से मुलाकात की थी।
शारदा सिन्हा को मिल चुका है पद्म भूषण सम्मान
बता दें कि कुछ दिनों पहले शारदा सिन्हा को स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण ऑक्सीजन प्रणाली पर अस्पताल में शिफ्ट में किया गया था। बता दें कि सिन्हा साल 2017 से ही मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित हैं और एम्स के कैंसर संस्थान इंस्टिट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्टिपतल के आईसीयू में हैं। अखिल बारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर डॉ. रीमा डाडा ने बीते दिनों बयान देते हुए कहा था कि शारदा सिन्हा हीमोडायनामिक रूप से स्थिर हैं लेकिन वह लगातार निगरानी में हैं। वह साल 2017 से मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित हैं। बता दें कि हाल ही में शारदा सिन्हा के पिता ब्रज किशोर सिन्हा का निधन हुआ था। बता दें कि शारदा सिन्हा ने मैथिली, भोजपुरी, मगही भाषाओं में कई गाने गाए हैं, इसके लिए उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
क्या बोले शारदा सिन्हा के बेटे
शारदा सिन्हा ने इस खबर को लेकर कहा कि इस बार ये सच्ची खबर हैं, मां वेंटिलेटर पर हैं। प्रार्थना जारी रखिए, मां बहुत बड़ी लड़ाई में जा चुकी हैं। बस यही प्रार्थना कीजिए कि वो इससे बाहर आ सकें। छठी मां कृपा करें। मैं उनसे अभी मिलकर आया हूं। फिलहाल डॉक्टर्स का कहना है कि अचानक केस बिगड़ा है। इस लिहाज से मैं आकर ये जानकारी साझा कर रहा हूं ताकि कोई गलत जानकारी न शेयर करे। कम से कम ऐसे घड़ी में सुधरना भी आना चाहिए। हम सब यही प्रार्थना कर रहे हैं कि मां बच जाएं और उनकी जान बचा ली जाए।