पटना के फुलवारी शरीफ PFI मॉड्यूल के मामले में बिहार ATS ने बड़ी कार्रवाई की है. ATS ने पीएफआई का सरगना मुमताज अंसारी को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है. देश विरोधी गतिविधियों में शामिल और प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का एक और फरार सदस्य पकड़ा गया है. इससे पहले फुलवारी शरीफ के कांड में NIA की तरफ से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
बिहार एटीएस को सूचना मिली थी कि पीएफआई सरगना ममुताज अंसारी तमिलनाडु में छिपा हुआ है. जिसके बाद बिहार एटीएस की टीम तमिलनाडु पहुंची थी. बिहार ATS की टीम ने सोमवार की सुबह गिरफ्तार किया है. इसके बाद उसे तत्काल NIA के हवाले कर दिया गया. पिछले 10 दिनों से बिहार ATS की टीम तमिलनाडु में कैंप कर रही थी. इसकी गिरफ्तारी पटना के फुलवारी शरीफ थाना में दर्ज FIR नंबर 827/22 में हुई है. पिछले साल 12 जुलाई को केस दर्ज हुई थी. जिसे बाद में NIA ने टेक ओवर कर लिया था।
पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने पीएफआई सरगना मुमताज अंसारी के गिरफ्तार होने की पुष्टि की. ADG ने कहा कि फुलवारी शरीफ में केस दर्ज होने के बाद से ही मुमताज ने बिहार छोड़ दिया था. वो लगातार फरार चल रहा था. स्पेशल इनपुट थी कि उसने तमिलनाडु में अपना ठिकाना बना रखा है. वहीं छिपकर रह रहा है. इसके बाद ही टीम बिहार से वहां गई. पिछले 10 दिनों से उसे ट्रैक कर रही थी. इसी दरम्यान पता चला कि वो चेन्नई से 30 किलोमीटर दूर तिरुवल्लूर जिले के बरियापल्लम थाना के कन्नीगई पेयर गांव में स्थित पेनार नाम की एक कंपनी में काम कर रहा था।
ATS की टीम ने कैंप कर इसके बारे में काफी इनपुट जुटाया। पूरी तरह से उसकी पहचान को पुख्ता करने के बाद आज सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया. तत्काल उसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया गया. ADG मुख्यालय ने कहा कि पुलिस को-ऑपरेशन का यह बेहतरीन नमूना है. गिरफ्तार मुमताज के बारे में और भी जानकारी खंगाली जा रही है. बता दें कि पटना के फुलवारी शरीफ स्थित एक किराये के मकान में पीएफआई का ट्रेनिंग कैंप चलाया जा रहा था. साल 2022 में इसके खुलासे के बाद से पूरे देश में पीएफआई के खिलाफ एक्शन हुआ और सरकार ने उसे बैन कर दिया. इससे पहले फुलवारी शरीफ के कांड में NIA की तरफ से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।