नई दिल्ली, 30 अप्रैल 2025:केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने अमेरिका से मिली सूचना के आधार पर ऑपरेशन हॉक-2025 के तहत ऑनलाइन बाल यौन शोषण से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस अभियान के दौरान दो आरोपियों — शेख मुइज़ अहमद (मंगलुरु) और मुकुल सैनी (दिल्ली) — के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की गई है।
डिस्कॉर्ड ऐप पर करता था अश्लील वार्तालाप
CBI के अनुसार, मार्च 2024 में शेख मुइज़ अहमद ने “Discord” प्लेटफॉर्म पर “heisenberg7343” यूज़रनेम से अमेरिका की एक नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न और धमकी का सिलसिला शुरू किया। आरोपी ने पीड़िता को अश्लील बातचीत के लिए प्रेरित किया और उसकी अश्लील तस्वीरें/वीडियो हासिल किए। इसके बाद उसने उसे डराकर यौन गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया।
CBI ने मुंबई और मंगलुरु में आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी कर मोबाइल फोन और लैपटॉप समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ जब्त किए हैं। इन उपकरणों में पीड़िता से प्राप्त आपत्तिजनक सामग्री मिली। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
दिल्ली का आरोपी कर रहा था ब्लैकमेलिंग
दूसरे मामले में दिल्ली निवासी मुकुल सैनी ने भी “Discord” पर “Izumi#9412”, “Izumi#7070”, “Deadddd#6873” और “Arisu” जैसे आईडी से एक नाबालिग अमेरिकी लड़की से संपर्क साधा। उसने नाबालिग को अश्लील बातचीत और वीडियो भेजने को मजबूर किया। जब लड़की ने विरोध किया तो आरोपी ने उसकी तस्वीरें वायरल करने की धमकी दी।
CBI ने दिल्ली में भी छापेमारी कर आरोपी से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक सबूत जैसे मोबाइल और कंप्यूटर हार्ड डिस्क जब्त किए हैं। मुकुल सैनी के खिलाफ भी IPC, IT एक्ट और POCSO एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
CBI की वैश्विक कार्रवाई का हिस्सा
CBI ने बताया कि यह कार्रवाई उसके ऑपरेशन हॉक-2025 का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ऑनलाइन बाल यौन शोषण जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ वैश्विक स्तर पर समन्वित कार्रवाई करना है। इससे पहले ब्यूरो ने 2021 में ऑपरेशन कार्बन और 2022 में ऑपरेशन मेघ चक्र भी चलाए थे।
CBI ने कहा है कि वह ऐसे अपराधों पर कड़ी नजर बनाए हुए है और बच्चों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी।