आईसीसी विश्व कप 2023 की शुरुआत हो चुकी है। इसको लेकर दुनियाभर के फैंस वर्षों से इंतजार कर रहे थे। लेकिन विश्व कप शुरू होते ही साउथ अफ्रीका टीम के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। अफ्रीकी टीम पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने WADA के नियमों का उल्लंघन किया है। अगर यह साबित हो जाता है, तो साउथ अफ्रीका टीम के लिए विश्व कप टूर्नामेंट में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अफ्रीकी बड़ी दुविधा में फंस गई है। फैंस को डर सता रहा है कि कहीं अफ्रीका की टीम पर झंडे फहराने से बैन न लगा दिया जाए।
जांच में जुटी है WADA
बता दें कि फिल्हाल WADA मामले की जांच में जुटी हुई है। दक्षिण अफ्रीकी खेल और विशेष रूप से प्रोटियाज क्रिकेट टीम को डोपिंग रोधी नियमों का पालन न करने के कारण विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की गंभीर जांच का सामना करना पड़ रहा है। अफ्रीकी खेल पर जो प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, उनमें से मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन पर प्रतिबंध है। यह स्थिति WADA की कार्यकारी समिति (EXCO) के निष्कर्ष के बाद सामने आई है। बताया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठन (NADO) WADA 2021 कोड के अनुपालन में नहीं है। इसके कारण से दक्षिण अफ्रीकी झंडा किसी भी क्षेत्रीय, महाद्वीपीय या वैश्विक प्रतियोगिताओं में नहीं फहराया जाएगा।
ICC के लिए भी बढ़ी मुश्किलें
दक्षिण अफ्रीकी टीम की हालात ने आईसीसी को संकट में डाल दिया है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति अगले सप्ताह क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के संबंध में निर्णय लेने वाली है। वहीं, आईसीसी खुद को मुश्किल स्थिति में पा सकती है, क्योंकि इसके पूर्ण सदस्यों में से एक WADA कोड का अनुपालन नहीं कर रहा है। अब से ICC को आगामी विश्व कप के दौरान WADA के प्रतिबंधों का पालन करने के लिए बाध्य होना होगा। बता दें कि WADA के नियमों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका का झंडा क्षेत्रीय, महाद्वीपीय और विश्व चैंपियनशिप और प्रमुख इवेंट संगठनों में तब तक नहीं फहराया जाएगा, जब तक कि SAIDS को बहाल नहीं किया जाता है।