बरबीघा से जेडीयू के विधायक सुदर्शन कुमार ने अपनी पार्टी के मंत्री अशोक चौधरी पर सीधा हमला बोला है. सुदर्शन कुमार ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा-मंत्री अशोक चौधरी ने मेरे दादा राजो बाबू को बांसघाट पहुंचवाया, मेरे पिता को बांसघाट पहुंचवाया और अब मुझे वहीं पहुंचाना चाहते हैं. सुदर्शन ने कहा कि अशोक चौधरी बीजेपी के संपर्क में हैं, वे अपने दामाद को बीजेपी से चुनाव लड़ाना चाहते हैं. इसलिए बरबीघा में सारा कुचक्र रच रहे है।
मंत्री अशोक चौधरी के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में बार-बार हस्तक्षेप से नाराज होकर पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने जब उन्हें वहां नहीं जाने को कहा था को अशोक चौधरी अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से खुले तौर पर भिड़ गये थे. अशोक चौधरी ने कहा था कि वह बरबीघा जायेंगे औऱ ललन सिंह उन्हें नहीं रोक सकते. इसी घमासान के बीच शुक्रवार को अशोक चौधरी बरबीघा पहुंचे और कई योजनाओं का शिलान्यास उद्घाटन किया. उसी दौरान अशोक चौधरी ने ये भी कहा कि जब तक वे बांसघाट नहीं पहुंच जाते तब तक बरबीघा आते रहेंगे।
सुदर्शन कुमार ने कहा-मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से अशोक चौधरी की शिकायत की थी. अशोक चौधरी लगातार बरबीघा में जाकर मेरा विरोध कर रहे हैं. वे सार्वजनिक मंच से मेरे खिलाफ बोल रहे हैं. इसलिए मैंने पार्टी से शिकायत की थी. लेकिन अशोक चौधरी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश को नहीं मानकर बरबीघा गये।
सुदर्शन कुमार ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अशोक चौधरी उनकी हत्या करा सकते हैं. जेडीयू विधायक ने कहा कि स्व. राजो सिंह की हत्या की साजिश में भी अशोक चौधरी शामिल थे. अशोक चौधरी हत्या के उस मामले में मुजरिम थे. बता दें कि सुदर्शन कुमार स्व. राजो सिंह के पौत्र हैं. सुदर्शन ने मीडिया के सामने कहा-अशोक चौधरी को स्व. राजो सिंह के मर्डर केस से अपना नाम हटवाना था, इसलिए मुझसे बेहतर संबंध बना लिया. फिर मुझे बरगला कर केस से अपना नाम हटवा लिया. उसके बाद ओछी राजनीति करनी शुरू कर दी।
जेडीयू विधायक ने कहा कि अशोक चौधरी कह रहे हैं कि जब तब वे बांसघाट नहीं पहुंच जायेंगे तब तक बरबीघा आते रहेंगे. मंत्री को बताना चाहिये कि बरबीघा के कितने लोगों को उन्होंने बांसघाट पहुंचवाया है. सुदर्शन कुमार ने कहा-अशोक चौधरी ने मेरे दादा स्व. राजो सिंह को बांसघाट पहुंचवा दिया, मेरे पिता को बांसघाट पहुंचवा दिया और अब मुझे वहीं पहुंचाना चाहते हैं. बांसघाटा जाना औऱ किसी को भी वहां पहुंचवाना अशोक चौधरी के लिए आम बात है।