वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश किया. चुनावी बजट होने के चलते इससे काफी उम्मीदें थीं. मेडिकल के क्षेत्र के होते विकास को इस बजट में ध्यान में रखा गया है. जिसे लेकर कई अहम निर्णय भी लिए गए हैं.
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि योग्य डॉक्टर बनना कई युवाओं की महत्वाकांक्षा होती है. उनका उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य देखरेख सेवाओं के माध्यम से हमारे लोगों की सेवा करना है. हमारी सरकार की ये योजना है कि विभिन्न विभागों के तहत मौजूदा अस्पताल इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करके व अधिक चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) स्थापित किए जाएं. इस उद्देश्य से मामलों की जांच करने और संगत सिफारिशें करने के लिए समिति भी गठित की जाएगी.
रोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा नई शिक्षा नीति ने एजुकेशन सेक्टर में कई बदलाव किए हैं. पीएम श्री स्कूल बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. यदि हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स की बात की जाए तो 7 आईआईटी, 16 आईआईआईटी, 7 आईआईएम, 16 एम्स और 390 यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है. वित्त मंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार के क्षेत्र में भी तमाम तरह की स्कीम के जरिए मदद दी जा रही है.
स्टार्ट-अप गारंटी स्कीम, फंड ऑफ फंड्स और स्टार्टअप इंडिया के तहत युवाओं को रोजगार पाने में बहुत मदद की. वित्त मंत्री ने कहा कि हमारा देश खेलों में हमारे युवाओं द्वारा हासिल उपलब्धियों से गौरवान्वित हो रहा है. साल 2023 में हमारे खिलाड़ियों ने एशियाई खेलों और एशियाई पैरा खेलों में अब तक की सबसे ज्यादा संख्या में पदक जीते हैं. जो बढ़े हुए आत्मविश्वास को दर्शाता है.