मध्य प्रदेश के हरदा स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद फैक्ट्री धूं-धूंकर जलने लगी। एक के बाद एक फैक्ट्री में धमाके होने लगे। बताया जा रहा है कि यह फैक्ट्री लंबे समय से अवैध रूप से संचालित हो रही थी। इस फैक्ट्री में लगभग डेढ़ सौ लोग काम कर रहे थे, जो इस घटना में हताहत हुए हैं। इस फैक्ट्री में काम करने वाले कई लोगों के दबे होने की आशंका है। घायलों को इलाज के लिए रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। अधिकारी ने बताया कि पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 30 गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। घटना के बाद हरदा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। घटना के बाद स्थिति पैनिक ना हो, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
फैक्ट्री में भारी मात्रा में बारूद और विस्फोटक भरा हुआ था, इस कारण कई किलोमीटर दूर से ही यहां से उठता हुए धुएं का गुबार देखा जा सकता था। पुलिस और बचाव दल की टीमों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन करने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, आस-पास के क्षेत्र से भी आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम बुला ली गई है। इस पूरे मामले में एक बहुत बड़ी चूक भी सामने आ रही है। फिलहाल घायलों की जान बचाना ज्यादा महत्वपूर्ण है।
CM ने घटनास्थल पर मंत्री को भेजा
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट की बैठक के बीच मंत्री राव उदय प्रताप सिंह को घटना स्थल पर भेजा। मुख्यमंत्री ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और AIIMS भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की टीम को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।