बिहार में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायत अक्सर मिलती रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्न पत्र यहां पहले भी आउट होते रहा है और वही फर्जी प्रमाण पत्र पर नियुक्ति का भंडाफोड़ भी हुआ है। अब नया मामला बिहार से सामने आई है जहां कनीय अभियंता के लिए ली गई परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी मिल रहे हैं।
बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा ली गई कनीय अभियंता की परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के क्रम में 12 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। इसके बाद तकनीकी सेवा आयोग के उप सचिव ने सभी अभ्यर्थियों के खिलाफ पटना के सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। हैरानी की बात यह है कि फर्जीवाड़े में लिफ्त अभ्यर्थियों में एक तिहाई तो सिर्फ नालंदा जिले से ताल्लुक रखते हैं। ये सभी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा के रहने वाले हैं।
बिहार तकनीकी सेवा आयोग के उप सचिव ने जिन 12 अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, उनमें नालंदा के नीतीश कुमार, विजय कुमार, वीरेंद्र कुमार और ममता कुमारी शामिल हैं। इसके अलावे पूर्णिया के जुल्फिकार, भागलपुर के अमित कश्यप, नवगछिया की रेशमा कुमारी, समस्तीपुर की रूबी कुमारी, मधेपुरा की पूजा कुमारी और रितु कुमारी, सुपौल के मनजीत कुमार दास और सारण के मनीष कुमार शामिल हैं।