नई दिल्ली | विशेष संवाददाता — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए गुरुवार को एक अहम सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी, जिसमें देश के तमाम प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे। इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ आगे की रणनीति और पाकिस्तान को लेकर भविष्य की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
गृह मंत्री और विदेश मंत्री देंगे स्थिति की जानकारी
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सभी दलों को हमले से जुड़ी ताजा स्थिति और सरकार की कार्रवाई की जानकारी देंगे। यह बैठक विपक्षी दलों की उस मांग के बाद बुलाई गई है, जिसमें कांग्रेस समेत अन्य दलों ने सरकार से सर्वदलीय चर्चा की मांग की थी।
सीसीएस बैठक में लिए गए अहम फैसले
इससे पहले बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की एक आपात बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में गृह मंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत कई शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली, जिसमें पहलगाम हमले की गंभीरता को देखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
विदेश सचिव ने दी जानकारी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सीसीएस बैठक के बाद जानकारी देते हुए बताया कि हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि समिति ने इस क्रूर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
पाकिस्तान पर सख्त रुख संभव
बैठक के एजेंडे में पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन दिए जाने की निंदा के साथ-साथ उस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है। ऐसे में यह बैठक भारत की आतंकवाद विरोधी नीति में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है।
आतंक के खिलाफ राष्ट्रीय एकजुटता की जरूरत
देश में इस हमले के बाद गुस्से और दुख का माहौल है। केंद्र सरकार की यह सर्वदलीय बैठक यह संदेश देने का प्रयास है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है और हर दल राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।