ICC वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। पूरे मैदान में भारतीय और आस्ट्रेलियाई समर्थक मौजूद हैं। मैदान में जबरदस्त माहौल बना हुआ है। इस दौरान सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक हो गई। दर्शक दीर्घा में मौजूद एक युवक फिलिस्तीन की टी-शर्ट और झंडा लेकर मैदान में घुस गया। इस दौरान विराट कोहली बल्लेबाजी कर रहे थे और युवक कोहली के पास जाकर खड़ा हो गया।
युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया
युवक के मैदान में घुसते ही हडकंप मच गया। अंपायर ने तुरंत मैदानकर्मियों को युवक को बाहर निकालने का इशारा किया। हालांकि अभी तक यह मालूम नहीं हुआ है कि मैदान में घुसने वाला युवक कौन है। हालांकि पुलिस ने युवक को तुरंत हिरासत में ले लिया। युवक ने अपने मुंह पर मास्क लगा रखा था। लेकिन देखने में लग रहा है कि वह भारतीय नहीं है। बता दें कि मैच से पहले ही मैदान के अंदर और बाहर जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
स्टेडियम में तैनात हैं 3 हजार पुलिसकर्मी
स्टेडियम में एक लाख से अधिक दर्शकों की आवाजाही और कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए गुजरात पुलिस, रेपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), होम गार्ड के जवानों के साथ विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह ऐतिहासिक मुकाबला बिना किसी परेशानी के पूरा हो, इसके ले 6 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इन 6 हजार कर्मियों में से लगभग 3 हजार को स्टेडियम के अंदर तैनात किया जाएगा जबकि बाकियों को अन्य प्रमुख स्थानों, जैसे होटल जहां खिलाड़ी और अन्य गणमान्य व्यक्ति ठहरेंगे, की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।’’
बम डिस्पोजल दस्ते की 10 टीमें तैनात
अहमदाबाद पुलिस प्रमुख ने कहा कि मैच के दौरान किसी भी रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (सीबीआरएन) आपात स्थिति का जवाब देने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को भी शहर में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘बम डिटेक्शन और डिस्पोजल दस्ते’ की 10 टीमों के साथ-साथ चेतक कमांडो की दो टीमें, एक विशिष्ट इकाई स्टेडियम के पास तैनात रहेंगी। यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस को संभावित खतरे के संबंध में कोई जानकारी मिली है तो मलिक ने कहा कि मीडिया को भारत के बाहर बैठे अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जारी की गई ऐसी धमकियों को उजागर नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी भी खतरे के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। कनाडा या किसी अन्य देश में बैठे कुछ लोग सिर्फ धमकी भरा ईमेल भेजते हैं या किसी धमकी का ऑडियो या वीडियो साझा करते हैं और मीडिया इसकी हाईप बना देता है। मेरा मानना है कि ऐसी चीजों पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है।’’