राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ सकते हैं और रायबरेली सीट अपने पास रख सकते हैं। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। गौरतलब है कि राहुल ने रायबरेली और वायनाड दोनों जगह से लोकसभा चुनाव लड़ा था और दोनों ही जगह से जीत हासिल की थी।
राहुल गांधी को लेकर इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, वह केरल की वायनाड सीट छोड़ सकते हैं। बता दें कि राहुल ने लोकसभा चुनाव यूपी की रायबरेली सीट और केरल की वायनाड सीट से लड़ा था। राहुल ने इन दोनों ही सीट पर जीत हासिल की थी।
ऐसे में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि राहुल किस सीट को अपने पास रखेंगे और किसे छोड़ेंगे। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी रायबरेली सीट को अपने पास रख सकते हैं और वायनाड सीट छोड़ सकते हैं। दरअसल इंडी गठबंधन को मिले अपार जनसमर्थन के बाद कांग्रेस की यूपी इकाई चाहती है कि रायबरेली सीट न छोड़ी जाए।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल से की गई ये अपील
कांग्रेस कार्य समिति ने शनिवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालें। निचले सदन में पार्टी का नेता ही नेता प्रतिपक्ष होगा। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 99 सीट जीती हैं।
हालांकि राहुल गांधी ने कहा कि वह इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे लेकिन उन्हें सोचने के लिए कुछ समय चाहिए। इस बैठक में लोकसभा में जीती और हारी हुईं सीटों पर भी पार्टी नेताओं ने बात की। पार्टी की बैठक में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘जिन जगहों से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुजरी, वहां पर पार्टी की सीटें बढ़ी हैं।’ इस दौरान खरगे ने पार्टी नेताओं को चुनाव में शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘कांग्रेस कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद स्वीकार करने का अनुरोध किया है। उन्होंने जवाब दिया कि वे इस बारे में सोचेंगे।’