बिहार के नियोजित शिक्षक जो सक्षमता परीक्षा पास कर सरकारी कर्मी हो गए.उन्हें सातवें वेतन आयोग की तर्ज पर वेतन क्यों नहीं ? वामदल के विधायक अजय कुमार ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से विधानसभा में यह सवाल उठाया. प्रश्नकर्ता ने पूछा कि जब सरकार ने मान लिया कि नियोजित शिक्षक परीक्षा पास कर सरकारी कर्मी हो गए तो सरकारी कर्मी की तर्ज पर वेतन देने में क्या परेशानी है? इनके लिए अलग पे मैट्रिक्स क्यों ? इस सवाल पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने जवाब दिया.
आठवें वेतन आयोग का लाभ मिलेगा ?
प्रश्नकर्ता विधायक अजय कुमार ने सवाल किया. पूछा कि सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षक अब विशिष्ट शिक्षक बन गए. सरकार कहती है कि ये शिक्षक भी अब सरकारी हो गए. आप इन्हें बूथ पर भेजते हैं, बीएलओ बनाते हैं. जब सरकारी कर्मी घोषित किया है तो सरकारी कर्मी की तर्ज पर सातवां वेतन का लभ क्यों नहीं देना चाहते हैं? इस पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षक जो परीक्षा पास कर विशिष्ट शिक्षक बने, इनके का मामला वित्त विभाग में गया. वहां से इनलोगों के लिए पे मैट्रिक्स नया किया गया. इन्हें सातवें वेतन आयोग से आच्छादित नहीं किया गया. भविष्य में केंद्र सरकार द्वारा आठवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू की जायेगी. इसके बाद यहां फिटमेंट कमेटी गठित होगी. हमलोग अनुशंसा करेंगे कि इन्हें लाभ मिले. लेकिन बिहार मे वित्त विभाग की निर्णय लेता है.
बिहार विधानसभा में आज मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान ललित यादव ने शिक्षा विभाग से जुड़ा सवाल उठाया. मंत्री सुनील कुमार के जवाब से विपक्षी विधायक संतुष्ट नहीं हुए. इसके बाद हंगामा करने लगे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मौजूद थे. विपक्षी विधायक नीतीश सररकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हुए उन्होंने कहा कि अगर शिकायत है तो हम को लिख के दीजिए. हम एक्शन लेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ बोल रहे हैं, हमारे खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस लिए हम आपसबों को बधाई दे रहे हैं. बजाप्ता उन्होंने ताली बजाकर दिखाया. मुख्यमंत्री ने मंत्री को भी नसीहत दी. साथ ही विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ को एक्शन लेने को कहा. मंत्री विजय चौधरी ने मुख्यमंत्री को कागज बढ़ाया,जिसे नीतीश कुमार ने पढ़ा.मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद राजद विधायक शांत हुए और अपनी सीट पर बैठ गए।
बिहार विधानसभा में आज मंगलवार को उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकेत्तर कर्मियों की बहाली का भी मुद्दा उठा. भाजपा विधायक अरूण शंकर प्रसाद ने यह सवाल लाया. शिक्षक बहाली को लेकर सरकार ने आज विधानसभा में बड़ी घोषणा की है. मई महीने में TRE-4 की बहाली होगी. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सदन में यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पूर्व में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा का सप्लीमेंट्री रिजल्ट नहीं निकलेगा. बीपीएससी ने ऐसी व्यवस्था बनाई है. सरकार ने सदन में दिया जवाब दिया कि आगे टीआरई-4 होना है. मई महीने में बहाली ली जानी है.