इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी पटना के सियासी गलियारों से निकाल कर सामने आ रही है। जहां सीएम आवास पर राजद सुप्रीमो लालू यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुलाकात करने पहुंचे हैं। इन लोगों की मुलाकात उस समय हो रही है जब एक तरफ भाजपा ने अपने विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। ऐसे में इस ठंड के मौसम में सियासी घमासान मचना तय माना जा रहा है।
दरअसल, आरजेडी और जेडीयू के संबंध असामान्य होने के दावे के बीच नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात ने फिर राजनीतिक गर्माहट ला दी है। इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर सीएम नीतीश कुमार राबड़ी आवास गए थे। लेकिन, सीएम यहां महज 10 मिनट तक ही रुके थे और इस दौरान वो उतने सहज भी नजर नहीं आए थे जितना वो आमतौर पर दिखते हैं। ऐसे में अब इस पर्व के महज चार दिन बीतने के बाद लालू और तेजस्वी नीतीश से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं।
मालूम हो रहा है कि, लोकसभा चुनाव को लेकर 28 विपक्षी दलों ने एनडीए के सामने एक नया गठबंधन तो खड़ा कर लिया है। लेकिन, अभी तक कई दौर की बैठक के बाद भी सीट शेयरिंग नहीं हो पाई है। बिहार में गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट शेयरिंग नहीं हुई है तो वहीं सीएम नीतीश कुमार की नाराजगी की खबर आ रही है। इसके बाद अब यह मुलाक़ात हुई है।
वहीं, सीट शयेरिंग में हो रही देरी पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संकेत दिया है कि अगर सीट शेयरिंग पर गठबंधन में शामिल दलों के बीच सहमति नहीं बन पाती है तो ये अलायंस के लिए खतरा है। उन्होंने यह भी कहा है कि इसे समय रहते जल्दी कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा है कि इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों में जल्दी सहमति नहीं बनती है तो कुछ दल एक अलग ग्रुप बनाने की कोशिश कर सकते हैं, जो मुझे सबसे बड़ा खतरा लगता है।
इधर, इस मुलाक़ात के बीच नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा के आवास पर भाजपा की बुलाई गयी है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से शुक्रवार को बुलाई गई विधानमंडल दल की आपात बैठक कुछ निर्णायक फैसले की उम्मीद जताई जा रही है। बीजेपी की इस बैठक को लेकर सियासी अटकलें तेज है। बैठक को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। इस बैठक के कई मतलब भी निकाले जा रहे हैं। वहीं राज्य में विधानसभा सत्र भी शुरू होने वाला है। ऐसे में बीजेपी की यह बैठक सत्र की तैयारी है या कुछ और यह देखने वाली विषय है।