गोपालगंज के बहुचर्चित पुजारी मनोज साह हत्याकांड मामले में एसआईटी ने बड़ा खुलासा किया है. सारण डीआईजी विकास कुमार ने सोमवार (18 दिसंबर) को कहा कि प्रेम-प्रसंग में ब्लैकमेलिंग के शिकार होने पर युवती और उसके घरवालों ने मिलकर पुजारी की हत्या की है. हत्या में शामिल दो महिला समेत तीन लोगों को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में प्रयुक्त चाकू, रस्सी, दुपट्टा और मोबाइल को बरामद किया गया है.
पुजारी नहीं था मृतक मनोज साह
डीआईजी ने कहा कि मृतक मंदिर का पुजारी नहीं था बल्कि केयर टेकर के रूप में रहता था. गांव की युवती के साथ उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था. युवती की शादी होने के बाद उसे ब्लैकमेल करने लगा था. परेशान होकर युवती ने अपने घर वालों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. 10 दिसंबर को युवती ने फोन कर मनोज को बुलाया था. इसके बाद तीन से चार दिनों तक एक कमरे में बंद कर पिटाई की.
अपने ही हाथों चाकू से प्रेमिका ने की हत्या
घटना के संबंध में बताया गया कि युवती ने अपने ही हाथों प्रेमी मनोज साह की चाकू से गला रेतकर हत्या की थी. इसके बाद उसकी दोनों आंखें निकाल लीं. पुलिस ने मामले में टेक्निकल सेल की जांच और फॉरेंसिक जांच के आधार पर हत्या से जुड़े साक्ष्य को इक्कठा किया. इसके बाद तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में नेहा कुमारी, सुनीता देवी और अमित कुमार शामिल हैं. ये सभी मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव के रहने वाले हैं.
हत्या के बाद एंगल देने की हुई थी कोशिश
उधर घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की तलाश में एसआईटी छापेमारी कर रही है. डीआईजी ने कहा कि मनोज साह की हत्या के बाद मामले को दूसरे तरह का एंगल देने की कोशिश की गई थी. हालांकि समय रहते टीम ने बेहतर काम किया और हत्याकांड का खुलासा कर दिया.