संसद की सुरक्षा में चूक मामले में गिरफ्तार आरोपी सागर ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया कि पहले उनलोगों की योजना संसद के बाहर खुद को आग लगाने की थी। लेकिन बाद में इस प्लान को छोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को भी सागर ने ये भी बताया की एक Gel जैसा प्रदार्थ भी ऑनलाइन खरीदने का विचार किया गया था। जिसे शरीर पर लगाने से आग से खुद को बचाया जा सकता है। लेकिन ऑनलाइन पेमेंट न होने के कारण वो Gel नही खरीद पाए और संसद के बाहर खुद को आग लगने का प्लान ड्राप हो गया।
वहीं मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस सीन रिक्रिएशन कर सकती है। इसके लिए संसद भवन से इजाजत ली जाएगी। इस बीच पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि आरोपी अपने साथ सात स्मोक केन लेकर संसद में दाखिल हुए थे।
ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने एक स्थानीय अदालत में कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोप में गिरफ्तार ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना है और वह तथा अन्य आरोपी देश में अराजकता फैलाना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगें मनवाने के लिए मजबूर कर सकें। सूत्रों ने कहा कि पुलिस 13 दिसंबर को हुई इस घटना को रीक्रिएट करने के लिए संसद से अनुमति मांग सकती है। यह घटना 2001 में संसद पर हुए हमले की बरसी पर हुई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले झा को कल रात गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
एक-दूसरे से कई बार मिले थे आरोपी
पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दावा किया कि झा ने स्वीकार किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए आरोपी कई बार एक-दूसरे से मिले थे। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या उसका किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध है।