बिहार के जमुई जिले में भू माफिया लगातार अलग-अलग तरीके से फर्जीवाड़ा करने में जुटे हैं. इस बार अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का काम करने वाले एनआरआई (NRI) प्रशांत भदौरिया के साथ कोर्ट से लगी रोक वाली जमीन बेचने की कोशिश की गई. भू माफिया ने एनआरआई से 1.25 करोड़ रुपए की ठगी भी कर ली है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने आरोप यह भी लगाया है कि रजिस्ट्रार ऑफिस के कुछ लोगों की मिलीभगत से रोक लगी जमीन को सही बताया गया. जमीन रजिस्ट्री की सारी कागजात भी तैयार करवा दिया गया. बाद में उसी ऑफिस के क्लर्क से यह जानकारी मिली कि उस जमीन की बिक्री पर कोर्ट ने रोक लगा रखी है.
पीड़ित NRI का कहना है कि इस दौरान भू माफिया ने उनसे 1.25 करोड़ रुपए भी ऐंठ लिए हैं. इस मामले में पीड़ित एनआरआई ने एसपी और डीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग की है. इधर जिला निबंधन पदाधिकारी ने बताया कि इस जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई है. हालांकि कागजात तैयार होने में लापरवाही को लेकर रजिस्ट्रार ने कुछ बोलने से इनकार कर दिया. दरअसल प्रशांत भदोरिया सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और 2015 से यूएसए के नार्थ केलोफोर्निया में रह रहे हैं.
वह अमेरिका के एक कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम करते हैं. दरअसल वह जमुई में अपने दादा-दादी के नाम पर अस्पताल खोलने के लिए जमीन की खोज कर रहे. इसी दौरान कुछ भू माफिया उनके संपर्क में आए और एक एकड़ जमीन दिलाने की बात कह दी जिसके एवज में 2.5 करोड़ रुपए की डिमांड की गयी. वहीं रजिस्ट्री के पहले ही प्रशांत भदोरिया ने भू माफिया को 1.25 करोड़ रुपए दे भी दिया था. लेकिन, इसी बीच पता चला कि सुग्गी मौजा अंतर्गत खाता संख्या 21 खसरा 630, 652 में 114 डिसमिल जमीन का जो सौदा हुआ था, उसे बेचने को लेकर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. अब पीड़ित ने इस मामले में डीएम और एसपी से मिलकर मदद की गुहार लगाई है.
पीड़ित प्रशांत भदोरिया का कहना है कि वह अपने दादा-दादी के नाम पर अस्पताल खोलना चाहता था ताकि गरीब लोगों को इलाज में परेशानी ना हो इसीलिए उसने लगभग 1 एकड़ जमीन खरीदने के लिए जमुई आया था लेकिन भूमाफियाओं के द्वारा रोक लगी जमीन को बेचने की कोशिश की गई जिसमें निबंध निबंधन कार्यालय के कुछ कर्मियों ने भी सहयोग दिया है. पीड़ित एनआरआई ने बताया कि 1.25 करोड़ रुपए भी दे चुका है जिसे भू माफिया वापस नहीं लौटा रहे हैं. वहीं इस मामले में पूछे जाने पर जमुई जिले के सब रजिस्टार रेणु कुमारी ने बताया कि उक्त जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई है. वहीं मामले का संज्ञान में आने के बाद जिले के डीएम राकेश कुमार ने बताया कि मामले में सब रजिस्ट्रार से पूछताछ की गई है, आगे विधि सम्मत कार्रवाई होगी.