पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में भारत से बातचीत की पेशकश की है। हालांकि इस पेशकश में इतनी गंभीरता नहीं थी, क्योंकि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री के रूप में चंद दिनों के मेहमान है। इसके बाद कार्यवाहक पीएम की नियुक्ति की जाना है। ऐसे में शहबाज शरीफ का बातचीत का शगूफा एक गुब्बारे की तरह है। हालांकि शहबाज द्वारा भारत से बातचीत की इस पेशकश के बीच अमेरिका से बड़ा बयान आया है। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया।
अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अमेरिका इस बात का समर्थन करता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत हो। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, जैसा कि हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं, हम भारत और पाकिस्तान के बीच चिंताजनक मुद्दों पर सीधे संवाद का समर्थन करते हैं। हमारा लंबे समय से यही रुख रहा है। अमेरिकी अधिकारी ने कहा ‘भारत कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है। हालांकि, इसके लिए आतंक मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।’
शहबाज के बयान के दो दिन बाद आया अमेरिका का रिएक्शन
अमेरिकी सरकार के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से सभी गंभीर और लंबित मुद्दों के समाधान के लिए भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश के दो दिन बाद आई है। अमेरिकी अधिकारी ने बुधवार (2 अगस्त) को अपने डेली प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, यह लंबे समय से हमारी स्थिति रही है हम भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का समर्थन करें।
जब तक आतंकवाद की राह पर पाक चलेगा, तब तक बातचीत नहीं
हालांकि, हाल ही में पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, जब तक सीमा पार आतंकवाद की नीति खत्म नहीं की जाती तब तक भारत के लिए पड़ोसी देश के साथ सामान्य संबंध रखना संभव नहीं है। उन्होंने जून में कहा था- हम आतंकवाद को सामान्य बनाने की इजाजत नहीं दे सकते।