किसानों और सरकार के बीच मतभेद जारी हैं। इस बीच शंभू बॉर्डर पर 25 हजार किसानों को रोकने के लिए पुलिस और पैरामिल्ट्री फोर्स ने पूरे इंतजाम कर लिए हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, शंभू बॉर्डर पर अभी किसानो की संख्या 10 से 12 हजार के बीच है। इसमें ट्रैक्टर और दूसरे वाहन 1000 से 1200 के बीच हैं।
किसानों को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम
सूत्रों के मुताबिक, शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस को कई विकल्प दिए गए हैं। पुलिस की रणनीति ऐसी है कि किसान शंभू बॉर्डर पार नहीं कर पाएंगे। बता दें कि दिल्ली पुलिस लगभग पचास हजार से लेकर एक लाख की संख्या तक किसानों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
अब दो दिन रहेगी शांति- पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमारे आदमी आंदोलन में शांति से रहे हैं। खनोरी में जो कुछ हुआ उसके बाद हमे लगा कि इस माहौल में बातचीत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने से भाग रही है। सीधी बुलेट चलाई जा रही है। पंढेर ने कहा कि हमने हाईवे नहीं रोका वो भी सरकार ने रोका है, हम तो कह रहे हैं हमे शांति से आगे जाने दो। उन्होंने कहा है कि अब गुरुवार और शुक्रवार दो दिन शांति रहेगी, अब हम इस दौरान विचार करेंगे और बाद में पूरी स्थिति स्पष्ट करेंगे कि हमारा आगे का आंदोलन क्या होगा।
शांति बनाए रखना जरूरी- अर्जुन मुंडा
किसानों के उग्र प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स पर लिखा, “चौथे दौर के बाद सरकार पांचवें दौर में एमएसपी की गारंटी की मांग, फसल विविधीकरण, पराली मुद्दा, एफआईआर जैसे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। मैं किसान नेताओं को फिर से चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमारे लिए शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है।”