मंदिर पर सवाल उठाने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर यादव ने अब यूटर्न मार लिया है. चौतरफा आलोचना झेलने के बाद अब प्रो. चंद्रशेखर ने खुद को रामभक्त बताया है. विरोधियों पर पलटवार करते हुए मंत्री ने कहा कि मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. मैं शबरी के जूठे बेर खाने वाले श्रीराम का भक्त हूं. राजद नेता ने आगे कहा कि हम समाजवादी विचारधारा के लोगों की एक बड़ी जिम्मेदारी है. हम मनुवाद के खिलाफ हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शबरी के जूठे बेर खाने, अहिल्या के तारणहार और त्याग की प्रतिमूर्ति प्रभु श्रीराम का भक्त हूं. इसके आगे जातिवाद का कार्ड खेलते हुए राजद विधायक ने कहा कि शबरी और अहिल्या के बेटे-बेटियों को मंदिर जाने पर रोकने और अपवित्र समझकर गंगा जल से धोने वाले, धर्म के नाम पर धंधा करने वालों के खिलाफ समाज को जागृत करने की जिम्मेदारी हम समाजवादियों की है. राम मंदिर पर अपनी विवादित टिप्पणी पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया का द्वारा गलत खबर चलाया जा रहा है. मै राम का भक्त हूं।
राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबको इंतजार था मैं भी मानता हूं. लेकिन रोजगार कहां है? अभी तक 20 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था. किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी करनी थी. लागत दोगुनी हो गई मगर आमदनी दोगुनी कहां गई? बेरोजगारों के हित में केंद्र सरकार ने कौन सा कदम उठाया?
BJP पर हमला करते हुए राजद नेता ने कहा कि वह (बीजेपी) लोग भगवान के नाम पर व्यवसाय करने वाले लोग हैं. वह राजनीतिक रूप से भगवान को बेच रहे हैं. महात्माओं का बयान आ रहा है कि देश के चौकीदार जो कर रहे हैं वह गलत है. राजद विधायक ने मोदी सरकार को घेरते हुए पूछा कि बेरोजगारों के हित में केंद्र सरकार ने कौन से कदम उठाए हैं. गैस सिलेंडर की कीमत बीजेपी के सत्ता प्राप्त करने का समय 400 के आसपास थी. अभी ₹200 घटाने के बाद चुनाव के बाद हजार रुपये से ज्यादा बढ़ा दिया जाएगा।