पटना | 21 अप्रैल 2025: बिहारवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य को पहली वंदे मेट्रो ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है। यह अत्याधुनिक ट्रेन पटना पहुंच चुकी है और फिलहाल राजेंद्र नगर कोचिंग कॉम्प्लेक्स में खड़ी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को अपने बिहार दौरे के दौरान इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
यह होगा वंदे मेट्रो का रूट
बिहार की यह पहली वंदे मेट्रो ट्रेन पटना से मोकामा, दरभंगा और मधुबनी होते हुए जयनगर तक का सफर तय करेगी। यह ट्रेन राज्य की पहली इंटरसिटी हाई-स्पीड मेट्रो सेवा होगी, जिसमें यात्रियों को मेट्रो जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
शुरू हुई ट्रायल की तैयारी
दानापुर मंडल में वंदे मेट्रो ट्रेन की रैक पहुंच चुकी है और रेलवे प्रशासन ने इसके ट्रायल की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल रन के लिए लोको पायलट और तकनीकी स्टाफ की विशेष टीम बना दी गई है। संभावना है कि दो दिनों के भीतर इस ट्रेन का ट्रायल शुरू हो जाएगा।
क्या है वंदे मेट्रो की खासियत?
वंदे मेट्रो ट्रेन को “नमो भारत रैपिड रेल” के नाम से भी जाना जाता है। यह दिल्ली-मेरठ रूट पर पहले से ही सफलतापूर्वक चल रही है। अब बिहार में भी यह सेवा शुरू होने से इंटरसिटी सफर और भी सुगम हो जाएगा। इस ट्रेन में कुल 12 से 16 कोच होंगे, जिनमें 1000 से अधिक यात्रियों के बैठने की और 2000 से अधिक यात्रियों के खड़े होकर सफर करने की क्षमता होगी।
यात्रा होगी तेज और किफायती
वर्तमान में पटना से जयनगर की यात्रा में करीब 6 से 7 घंटे का समय लगता है। लेकिन वंदे मेट्रो ट्रेन से यह दूरी महज 4.5 से 5 घंटे में तय की जा सकेगी। साथ ही, ट्रेन का किराया भी आम ट्रेनों की तुलना में किफायती होगा, जिससे आम यात्री भी आरामदायक और तेज यात्रा का लाभ उठा सकेंगे।