बिहार सरकार ने बहुचर्चित चारा घोटाले में गबन किए गए 950 करोड़ रुपये को वापस लाने के लिए नई पहल शुरू की है। सरकार इस राशि की वसूली के लिए कोर्ट जाने की तैयारी में है और CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) व इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (IT) से भी बातचीत करेगी। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, “हम हर संभव उपाय कर रहे हैं ताकि यह राशि बिहार के खजाने में वापस आ सके। जरूरत पड़ी तो कोर्ट जाएंगे, जांच एजेंसियों से बात करेंगे।” सरकार के इस निर्णय के बाद बिहार की राजनीतिक तपिश बढ़ गई है.
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने बिहार सरकार की इस पहल की सराहना किया है. उन्होंने कहा कि चारा घोटाले का पैसा हर हाल में सरकारी खजाने में लौटना चाहिए। सिर्फ जेल और बेल के खेल से काम नहीं चलने वाला है। यह खेल भ्रष्टाचारी लोग खेलते हैं, जो जनता के बीच रहनुमा बनने का ढोंग करते हैं और सरकारी पैसे को लूटकर जनता को गुमराह करते हैं। ऐसे लोगों का पर्दाफाश होना चाहिए, उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए और उनके लूटे हुए पैसे को जनता के खजाने में वापस लाया जाना चाहिए। जनता का पैसा जनता के काम आए, इसकी मुकम्मल व्यवस्था सरकार को सुनिश्चित करनी चाहिए। बिहार सरकार की इस दिशा में उठाए जा रहे कदम वाकई बधाई के पात्र हैं।
लालू परिवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह परिवार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है और पीढ़ी दर पीढ़ी इसमें लिप्त रहा है। ये लोग जनता की सहानुभूति पाने के लिए कभी जाति का कार्ड खेलते हैं, तो कभी खुद को मासूम साबित करने का नाटक करते हैं। लेकिन अब इनके खेल से जनता वाकिफ है। चाहे चारा घोटाले की रकम हो या किसी अन्य घोटाले की, हर हाल में वह पैसा जनता के खजाने में वापस आना चाहिए।