गया। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर बुधवार की दोपहर विष्णुपद मंदिर पहुंचे। पिंडदान के लिए महत्वपूर्ण आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को गवर्नर ने पितरों के मोक्ष की कामना लिए गयाश्राद्ध किया। गर्भगृह के दायीं धूप घड़ी के पास हरि मंडप में राज्यपाल ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पिंडदान किया। तीर्थपुरोहित पंडा जी गयापाल बच्चू लाल चौधरी ने पूरे विधान के साथ कर्मकांड कराया। पिंडदान के बाद राज्यपाल ने विष्णुचरण पर पिंड अर्पित कर पूर्वजों के ब्रह्मलोक की कामना की। विष्णुचरण के दर्शन किए। माता लक्ष्मी के चरणों में भी मत्था टेका। राज्यपाल ने तीसरी बार गयाश्राद्ध किया। बुधवार से पहले 29 अप्रैल 2023 को भी राज्यपाल ने पिंडदान किया था। करीब दो घंटे तक विष्णुपद में रहने के बाद राज्यपाल विष्णुपद से रवाना हुए।
गयापाल बच्चू लाल चौधरी ने बताया कि राज्यपाल ने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए एकदिनी फल्गु, विष्णुपद और अक्षयवट में पिंडदान किया।
विष्णुपद और रामानुज मठ में राज्यपाल को सम्मान, तीसरी बार किया पिंडदान
पिंडदान के बाद विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति की ओर से मंदिर परिसर में स्थित कार्यालय में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का स्वागत किया गया। समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल ने राज्यपाल को अंगवस्त्रत्त्, विष्णुचरण व प्रसाद देकर सम्मानित किया। अध्यक्ष श्री विट्ठल ने बताया कि राज्यपाल दो बार पहले भी आ चुके हैं। कहा कि एक बार से ज्यादा भी पिंडदान किया जा सकता है। जब इच्छा हो पितृयज्ञ (पितृपक्ष) में आकर पितरों को याद करते हुए पिंडदान व तर्पण करना चाहिए।
राज्यपाल के आगमन को लेकर कड़ी रही सुरक्षा
पितृपक्ष मेला-2024 में बुधवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के आने को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। गया एयरपोर्ट से लेकर विष्णुपद तक निर्धारित स्थानों पर जवान की तैनाती रही। विष्णुपद इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। विष्णुपद मंदिर से लेकर बाहरी परिसर में सुबह से लेकर राज्यपाल के रवानगी तक प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी से लेकर जवान तक तैनात रहे। विष्णुपद में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम व एसएसपी आशीष भारती सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे।