बिहार के मुजफ्फरपुर में फर्जी लाइसेंस पर हथियार लेकर गार्ड की नौकरी करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों पिछले 8 सालों से फर्जी लाइसेंस पर नौकरी कर रहे थे. दोनों को पुलिस ने दबोच लिया है, हथियार को भी जब्त किया गया है. बताया गया कि बंदूक के लाइसेंस पर गोपालगंज व खगड़िया जिला से निर्गत फर्जी सील लगाकर एनएच 28 मनियारी टोल टैक्स पर दो गार्ड तैनात थे।
मुजफ्फरपुर में दो गिरफ्तार : इनके पास से पुलिस ने एक दो नाली बंदूक, दस कारतूस, फर्जी दो आर्म्स लाइसेंस व सिक्योरिटी कंपनी में कार्यरत पहचान पत्र को जब्त किया है. पूछताछ में दोनों ने अपनी पहचान भोजपुर जिला के शाहपुर थाना क्षेत्र के महुआर गांव निवासी मनन यादव व दूसरे ने औरंगाबाद जिला के पौथु थाना क्षेत्र के इटवा वजीरपुर गांव निवासी सुनील कुमार के रूप में बतायी है।
”सूचना मिली कि टोल टैक्स पर तैनात दो सुरक्षा गार्ड एक निजी सिक्योरिटी कंपनी की मिलीभगत से कई वर्षों से फर्जी लाइसेंस पर निर्गत आर्म्स लेकर नौकरी कर रहे हैं. जांच में पता चला कि अनुज्ञप्ति संख्या 677/2008 जिला गोपालगंज से निर्गत है, जिस पर शस्त्रधारी का नाम मनन यादव गांव शेरपुर थाना मीरगंज जिला गोपालगंज है. पूछताछ में बताया कि उक्त अंकित पता मेरा सही नहीं है. बीते 2006 में खगड़िया जिला के एक दलाल के माध्यम से बनवाया है.”- एसी ज्ञानी, एसडीपीओ, पश्चिमी कुढ़नी
खगड़िया के दलाल से बनवाया : एसडीपीओ ने बताया कि दूसरा लाइसेंस सुनील कुमार 93/2009 जिला खगड़िया से निर्गत है. गांव अकबरपुर थाना परबता जिला खगड़िया अंकित है, जबकि पुलिसिया पूछताछ में बताया कि उक्त अंकित पता पर कभी गया ही नहीं है. दोनों अभियुक्तों ने बताया कि खगड़िया के दलाल के माध्यम से बनवाया था. शहर के भगवानपुर स्थित एक निजी सिक्योरिटी एजेंसी में मनन यादव दो साल व सुनील कुमार आठ वर्षों से नौकरी कर रहा है।
‘दोनों लाइसेंस के अवलोकन में पाया गया कि जिस जिला से लाइसेंस निर्गत हुआ है., उस जिला एवं उक्त जिला से भिन्न से भी लाइसेंस रिन्युअल करवाया गया है. पुलिस दोनों गनमैन से पूछताछ कर दोनों को जेल भेजने की कवायद में जुट गयी है. मामले में पुलिस ने जिस एजेंसी के माध्यम से यहां कार्यरत था, उस एजेंसी के संचालक सह मालिक समेत दोनों गन मैन को आरोपी करते हुए मामला दर्ज कर लिया है.” – एसी ज्ञानी, एसडीपीओ, पश्चिमी कुढ़नी